Ram Mandir Ayodhya: `भगवान राम पूछेंगे कि युवाओं को रोजगार क्यों नहीं`, `प्राण प्रतिष्ठा` को भव्य बनाने पर RJD की भड़ास
RJD on Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाना आरजेडी समेत तमाम विपक्षी पार्टियों को रास नहीं आ रहा है. इस मुद्दे पर अब आरजेडी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
Manoj Jha RJD on Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. यह वो पल है, जिसका इंतजार करोड़ों लोग पिछले 500 साल से करते आ रहे हैं. मोदी सरकार इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. लेकिन सरकार की ये सक्रियता विपक्षी पार्टियों को रास नहीं आ रही है. वे एक के बाद एक पीएम मोदी पर इस समारोह को लेकर तंज कस रहे हैं. इस कड़ी में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी भी पीछे नहीं है. उन्होंने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाने के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
'भौंडा प्रदर्शन भगवान को भी नापसंद'
आरजेडी के प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मेरी आस्था मेरे लिए निजी विषय है. इसका सार्वजनिक और भौंडा प्रदर्शन भगवान को भी परेशान करता है. यहां तक कि भगवान भी अपनी भक्ति को इस तरह पब्लिक इवेंट बनाए जाने से प्रसन्न नहीं होंगे.'
'देश में इतनी महंगाई क्यों है'
मनोज झा ने आगे तंज कसते हुए कहा, 'अगर भगवान राम अगर 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद सचमुच पृथ्वी पर आएं तो वे पीएम मोदी से सवाल पूछेंगे कि मेरे नौजवानों के लिए रोजगार कहां है. देश में इतनी महंगाई क्यों है. देश में इतनी असमानता क्यों है.'
'देश में क्यों है इतनी असमानता'
आरजेडी प्रवक्ता ने आगे कहा, 'देश में संपत्ति का बंटवारा इस तरह क्यों कि संपत्ति के 5 डाकुओं के समक्ष सब लोग नतमस्तक हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम की इस छवि को पीएम मोदी नहीं समझते. बीजेपी के लोग नहीं समझते. वे लोग देश को भरमाएंगे लेकिन असल समस्याएं ऐसी ही बनी रहेंगी.'
'500 साल बाद मनुवाद की फिर वापसी'
बताते चलें कि आरजेडी से पहले कांग्रेस नेता उदित राज भी इस कार्यक्रम का विरोध कर चुके हैं. उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को मनुवाद का प्रतीक बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सोमवार को पोस्ट शेयर कर उन्होंने लिखा, '500 साल बाद मनुवाद की फिर से देश में वापसी होने जा रही है.'