Agniveer Yojana: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मणिपुर के दौरे के बाद सीधे अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे हैं. रायबरेली में उनकी मुलाकात शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मां से हुई. शहीद की मां ने कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात अच्छी रही. इस दौरान अग्निवीर योजना के बारे में भी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना ठीक नहीं है.


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शहीद की मां से मिले राहुल गांधी


शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मां मंजू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें अच्छा लगा. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भवन में पहली बार राहुल गांधी से उनकी मुलाकात हुई थी. तब राहुल गांधी ने मंजू सिंह से उनका नंबर मांगा था. राहुल गांधी ने मुलाकात के लिए मंजू सिंह को बुलाया था. मंजू ने बताया कि राहुल गांधी से फौज को लेकर ज्यादा बात हुई.



अग्निवीरः 4 साल के बाद फौजी क्या करेगा?


मंजू सिंह से जब अग्निवीर योजना पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह योजना ठीक नहीं है. अग्निवीर पर राहुल की बातों और स्पीच पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना ठीक नहीं है. फौज दो तरह की नहीं होनी चाहिए. क्योंकि फौजी होना बहुत मुश्किल होता है और अग्निवीर के तहत सिर्फ चार साल की ही सेवा है. इसके बाद फौजी क्या करेगा.. पढ़ाई-तैयारी सबपर ब्रेक लग जाता है. 4 साल बाद फिर से शुरुआत करना ठीक नहीं है. 4 साल के बाद फौजी क्या करेगा?


अग्निवीर के खिलाफ राहुल का हल्ला बोल


बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अग्निवीर योजना के हमेशा विरोधी रहे हैं. लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने अग्निवीर योजना का मुद्दा बढ़-चढ़ कर उठाया था. चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर जब वे नेता प्रतिपक्ष बने तब संसद में भी उन्होंने अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. गांधी मंगलवार को मणिपुर की राजधानी इम्फाल से लखनऊ पहुंचे और यहां से वह रायबरेली के लिए रवाना हुए. रायबरेली में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.


क्या है अग्निवीर योजना


अग्निवीर योजना के बारे में बात करें तो भारतीय सेना में भर्ती के लिए यह एक नई योजना है. इस योजना के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए "अग्निवीर" के रूप में सेना में भर्ती किया जाता है. अग्निवीर चार साल तक सेवा करते हैं, जिसमें छह महीने का प्रारंभिक प्रशिक्षण और 3.5 साल की तैनाती शामिल है. चार साल बाद, 25% अग्निवीरों को नियमित सेना में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा.


जिन्हें बरकरार नहीं रखा जाता..


जिन्हें बरकरार नहीं रखा जाता है उन्हें एकमुश्त राशि (लगभग ₹11.71 लाख) और कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इस कार्यक्रम में 17.5 से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवा शामिल हो सकते हैं. अग्निवीरों को उनकी सेवा के दौरान प्रतिस्पर्धी वेतन और लाभ पैकेज मिलता है. जिन लोगों को बरकरार नहीं रखा जाता है, उन्हें सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त राशि और कौशल प्रमाण पत्र मिलता है. बता दें कि अग्निवीर योजना लॉन्च होने के साथ से ही विवादों में है. विपक्ष इस योजना को लेकर मोदी सरकार पर लगातार हमलावर है.