Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के हालिया विस्तार के दौरान कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे का दर्द छलक उठा है. उन्होंने कहा शायद उनमें इसके लिए पर्याप्त योग्यता नहीं है. महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में विस्तार के तहत पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाले शिवसेना धड़े के नौ मंत्रियों और उनके बीजेपी सहयोगियों के नौ नेताओं ने शपथ ग्रहण की थी. इस मंत्रिमंडल विस्तार में किसी महिला को जगह नहीं दिए जाने के कारण शिंदे की आलोचना हो रही है.


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इस बारे में पूछे जाने पर पंकजा ने कहा, 'शामिल किए जाने के लिए मुझमें शायद पर्याप्त योग्यता नहीं है.' उन्होंने कहा, 'उनके अनुसार जो योग्य होगा, उसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. इस पर मेरा कोई रुख नहीं है. मैं अपने सम्मान को बनाए रखते हुए राजनीति करने की कोशिश करती हूं.'


शिंदे कैबिनेट में 75 फीसदी दागी मंत्री


सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के 18 सदस्यीय 'मिनी-कैबिनेट' विस्तार ने कई तथ्य सामने रखे हैं, जिनमें कुल 20 'करोड़पति' मंत्रियों में से 75 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अध्ययन के अनुसार, कुल 15 मंत्रियों ने आपराधिक मामलों की घोषणा की है, जिसमें शिंदे समूह शिवसेना के सात और बीजेपी के आठ मंत्री शामिल हैं.


कौन सबसे अमीर, कौन गरीब


20 करोड़पतियों में से, भाजपा के मंगल प्रभात लोढ़ा 441.65 करोड़ रुपये की संपत्ति और 283.36 करोड़ रुपये की देनदारियों के साथ मंत्रियों में सबसे अमीर हैं. सबसे गरीब मंत्रियों में भाजपा के संदीपनराव ए. भुमरे हैं, जिनके पास 2.92 करोड़ रुपये की संपत्ति है.


जिन मंत्रियों के चुनावी हलफनामों का एडीआर ने विश्लेषण किया, उनकी औसत संपत्ति 47 करोड़ रुपये है, जिसमें भाजपा की 58 करोड़ रुपये और शिंदे ग्रुप की 36 करोड़ रुपये की औसत संपत्ति शामिल हैं.



शैक्षणिक मोर्चे पर, दो मंत्रियों (या 10 प्रतिशत) ने एसएससी पास की है. छह (30 प्रतिशत) मंत्रियों ने हायर सेकेंडरी पास की है. 11 मंत्रियों (55 प्रतिशत) के पास कॉलेज डिग्री है और एक मंत्री बीजेपी के डॉ सुरेश खड़े ने श्रीलंका की एक यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की डिग्री ली है.


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