MEA Weekly Press Briefing on India Canada Relations: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाकर बाउंसर फेंकने की कोशिश की थी लेकिन यह उसे ही भारी पड़ गई. भारत ने न केवल उसे दुनियाभर में एक्सपोज किया बल्कि कई दंडात्मक कदम उठाकर उसे बैकफुट पर आने को मजबूर कर दिया. भारत के इस रौद्र रूप से ट्रूडो सरकार सहमी हुई है लेकिन खालिस्तानी आतंकियों पर सख्त कार्रवाई से पहले भारत उस पर रहम करने के मूड में नजर नहीं आ रहा. 


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कनाडा को फिर दिखाया आइना


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कनाडा (Canada) को एक बार फिर नसीहत दी. बागची ने कहा कि कनाडा में रही भारत के रिटायर्ड लोगों के लिए सरकार की ओर से 12 नवंबर को वैंकूवर के पास एक गुरुद्वारे में पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र प्रदान करने का शिविर लगाया गया लेकिन कुछ कट्टरपंथी तत्वों ने उसे रोकने की कोशिश की. बागची ने कहा कि हम कनाडा से वियना कन्वेंशन का सम्मान करने की आवश्यकता दोहराते हैं ताकि हमारे राजनयिक अपने राजनयिक दायित्वों का निर्वहन कर सकें. 


गाजा पर क्या बोला भारत


गाजा में अल-शिफा अस्पताल की इजरायली घेराबंदी पर अरिंदम बागची ने कहा, 'हम किसी विशेष स्थान पर बात करने के बजाय सामान्य रूप से कहते हैं कि किसी भी तरह के आतंकी हमले की निंदा होनी चाहिए. भारत ने हमेशा मानवीय राहत की जरूरत पर बल दिया है. हमने फिलीस्तीन को नियमित रूप से मानवीय सहायता भी दी. हम तनाव कम करने के बारे में बात कर रहे हैं.' 


ब्रिटेन- ऑस्ट्रेलिया के साथ रिश्ते


भारत-ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित एफटीए डील पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर की यूके के पीएम सुनक के साथ इस मुद्दे पर चर्चा हुई है. दोनों देश इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर यह देखने के लिए लगे हुए हैं कि हम इस मामले में क्या अंतिम समाधान ढूंढ सकते हैं. 


अमेरिका की तरह ऑस्ट्रेलिया के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता पर अरिंदम बागची ने स्पष्ट किया, 'हम 2+2 और फिर 2+2 के अगले संस्करण की मेजबानी करने का इरादा रखते हैं. इस बार समिट की मेजबानी करने की हमारी बारी है और हम इसे बहुत जल्द संपन्न करना चाहेंगे.'