शिलांग: मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने शनिवार को आए विधानसभा चुनावों पर प्रतिक्रिया देते हु कहा कि चुनाव परिणाम उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे. उन्होंने राज्य में कांग्रेस के सरकार बनाने के बारे में पत्ते खोलने से इनकार कर दिया. संगमा का बयान ऐसे समय में आया है जब मेघालय के विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश के बाद तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘परिणाम उम्मीदों के मुताबिक नहीं हैं लेकिन मुझे अब भी आशा है."


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यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस मेघालय में फिर सरकार बना सकेगी तो संगमा ने कहा कि फिलहाल वह अपनी पार्टी की योजना का खुलासा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, "मैं अपने पत्ते नहीं खोलूंगा." 


60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा के चुनाव 27 फरवरी को हुए थे. कांग्रेस मेघालय में 2003 से सत्ता में है और संगमा 2010 से मुख्यमंत्री हैं. मणिपुर और गोवा में पिछले वर्ष त्रिशंकु विधानसभा बनने के बाद भाजपा ने वहां छोटी पार्टियों और निर्दलियों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. इसी तरह की स्थिति उभरने पर भाजपा ने असम के मंत्री हिमांता बिस्वा सरमा से मेघालय जाने और छोटे दलों तथा निर्दलीय विधायकों से बात करने को कहा है. कांग्रेस ने भी वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और कमलनाथ को शिलांग रवाना किया है.

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मेघालय में अन्य की मदद से एनपीपी बनाएगी सरकार: कोनार्ड
उधर, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने विश्वास जताया है कि मेघालय में अगली सरकार वह बनाएगी. इसने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य के लोग बदलाव चाहते हैं. अब तक आए परिणामों और रुझानों के अनुसार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनती नजर आ रही है. 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को मतदान हुआ था. एनपीपी के अध्यक्ष कोनार्ड संगमा ने कहा कि उनकी पार्टी समान विचारधारा वाले अन्य दलों की मदद से अगली सरकार बनाने में सफल होगी.


दिवंगत नेता पीए संगमा के पुत्र कोनार्ड ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हम सरकार बनाने में सफल होंगे. लोग भ्रष्ट कांग्रेस सरकार से हताश हैं और बदलाव चाहते हैं." उपलब्ध परिणामों और रुझानों के अनुसार कांग्रेस ने नौ सीट जीती हैं तथा 11 अन्य पर आगे चल रही है. एनपीपी ने तीन सीट जीती हैं और 16 पर आगे चल रही है. भाजपा दो सीटों पर आगे है. छोटे दलों तथा निर्दलीय उम्मीदवारों ने छह सीट जीती हैं और 12 अन्य पर आगे हैं. भाजपा ने असम के मंत्री हिमंत बिस्व सर्मा को छोटे दलों और निर्दलीयों से बात करने मेघालय भेजा है. कांग्रेस ने भी वरिष्ठ नेता अहमद पटेल तथा कमलनाथ को शिलांग भेजा है. मेघालय में कांग्रेस 2003 से सत्ता में है.