Mia Khalifa Photo Hoarding: तमिलनाडु के कांचीपुरम में एक मंदिर की होर्डिंग को लेकर बवाल मच गया है. दरअसल, एक मंदिर के होर्डिंग पर पोर्न स्टार मिया खलीफा की तस्वीर दिखाई देने से इंटरनेट यूजर्स हैरान हैं. यह होर्डिंग आदि त्योहार के मौके पर लगाया गया है, जो तमिलनाडु में एक अहम त्योहार है. यह बारिश और नदियों की पूजा के लिए मनाया जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि आदि त्योहार तमिलनाडु में एक भव्य तरीके से मनाया जाता है, खासकर मां अम्मन (पार्वती) के मंदिरों में. यह कई दिनों तक चलता है, इसमें लोग मां अम्मन की पूजा-अर्चना करते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं, और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं. यह त्योहार तमिलनाडु की संस्कृति और परंपरा का एक जरूरी हिस्सा है, जो लोगों को एकता और उत्साह के साथ जोड़ता है.


क्यों मनाया जाता है आदि त्योहार


इस त्योहार पर लोग नदियों के किनारे पूजा-पाठ करते हैं और अपनी सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं. कुरुविमलाई में नागाथम्मन और सेल्लियम्मन मंदिरों में आदि त्योहार को भव्य तरीके से मनाने के लिए बड़े-बड़े आयोजन करने की योजना बनाई गई थी. इसमें रंगीन लाइट्स, होर्डिंग्स लगाना और लोगों को आमंत्रित करना शामिल था.


इस बीच एक होर्डिंग ने सभी का ध्यान खींचा, जिसमें मिया खलीफा की तस्वीर छपी हुई थी. यह होर्डिंग देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.


मिया खलीफा की तस्वीर का इस त्योहार से कोई संबंध नहीं है. ऐसे में कांचीपुरम में एक मंदिर के होर्डिंग पर उनकी तस्वीर दिखाई देना लोगों को हैरान कर रहा है. मिया खलीफा की तस्वीर को इस तरह एडिट किया गया कि ऐसा लगे कि वह 'पाल कुदम' लिए हुए हैं. 'पाल कुदम' दक्षिण में दूध से भरे बर्तन को कहते हैं, जिसे त्योहार के दौरान देवताओं को अर्पित किया जाता है. यह पारंपरिक प्रसाद का हिस्सा है. होर्डिंग लगाने वाले लोगों ने यह भी सुनिश्चित किया कि उनकी तस्वीर भी होर्डिंग में दिखाई दे, जिसमें उनके नाम आधार कार्ड फॉर्मेट में हो.


तस्वीर के वायरल होने के बाद मगराल पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने होर्डिंग को हटा दिया है. लेबनान की मूल निवासी मिया खलीफा अमेरिकी की जानी मानी पोर्न स्टार रही हैं. पूरी दुनिया में उनकी पोर्न फिल्म के लोग दीवाने भी हैं. मगर मिया खलीफा अब अमेरिकी नागरिक हैं और वो अमेरिका में ही रहती हैं.


(पीटीआई इनपुट के साथ)