नई दिल्ली : जेएनयू के गुमशुदा छात्र नजीब अहमद की मां ने मंगलवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि युवक को तलाश करने के मामले में वे हस्तक्षेप करेंगे। छात्र 15 अक्तूबर से लापता है।


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जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नजीब की मां फातिमा नफीस और परिवार के अन्य सदस्यों ने गृह मंत्री से उसका पता लगाने का अनुरोध किया। वे उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाले हैं।


सरकारी सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री ने तसल्ली से नजीब की मां और परिवार के अन्य सदस्यों की बात सुनी। सिंह ने उन्हें बताया कि दिल्ली पुलिस ने मामले में विशेष टीम का गठन किया है और वह खुद निजी तौर पर जांच में प्रगति का जायजा ले रहे हैं।


सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री ने सभी तरह की सहायता का आश्वासन दिया।


नजीब के परिवार के साथ गए बदायूं से सपा सांसद धमेंद्र यादव ने कहा कि गृहमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उसे जल्द से जल्द तलाश करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।


यादव ने मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि अगर पुलिस उनका पता नहीं लगा पाती है तो हम अदालत जाएंगे और संसद में मुद्दे को उठाएंगे।


नजीब की बहन ने इन आरोपों को खारिज किया कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है और कहा कि उसका पता लगाने के बजाय उसे बदनाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।


उन्होंने कहा ‘वह विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में पास हुआ है। वह एक अध्ययनशील छात्र है। आप क्या सोचते हैं जो व्यक्ति ऐसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहा है वह मानसिक रूप से अस्थिर हो सकता है? मैं (सभी) से गुजारिश करती हूं कि कृपया उसे बदनाम नहीं करें। उसे सोने में दिक्कत है। पढ़ने वाले बच्चों में अक्सर दबाब की वजह से यह होती है। उसे कोई अन्य समस्या नहीं है।’