नई दिल्ली: बेंगलुरु दंगे पर कर्नाटक सरकार ने हिंसा को सुनियोजित साजिश बताते हुए आरोपियों से नुकसान की भरपाई का फैसला किया है. पुलिस ने अपनी एफआईआर (FIR) में बताया है कि करीब 800 लोग घातक हथियारों के साथ पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया. बताते चलें कि सोमवार को हुए हिंसा में शहर के पुलाकेशी नगर इलाके को जला दिया गया. 2 पुलिस स्टेशन में आग लगा दी गई थी.आरोप के मुताबिक बेंगलुरु के एक स्थानीय कांग्रेस (INC) विधायक श्रीनिवास मूर्ति ( MLA Srinivas Murthy) के रिश्तेदार ने फेसबुक (Facebook) पर पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad ) पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी (Post) लिखी थी. जिसके बाद धर्म विशेष की भीड़ ने हिंसा फैलाई. और विधायक के घर पर हमला करके उसे आग के हवाले कर दिया गया. 


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FIR के मुताबिक
करीब 800 लोग घातक हथियारों के साथ पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया. भीड़ नवीन को अपने हाथ से सजा देना चाहती थी, दंगाइयों को लगा कि पुलिस नवीन को बचा रही है. मामले के 5 नामजद आरोपी 200 से 300 की तादाद में हथियारों के साथ थाने पहुंचे. जानबूझ कर पुलिस वालों को पीटा और आगजनी के साथ तोड़फोड़ करते हुए सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. दंगे में शामिल लोगों के पास पेट्रोल, माचिस, पत्थर और लोहे की छड़े भी थी. प्राथमिकी में ये भी लिखा गया है कि भीड़ लगातार पुलिस से नवीन को जान से मारने की नियत से उसे सौंपने की मांग कर रही थी.



11 अगस्त की रात जिस तरह से भारत में दंगों की दुकान चलाने वालों ने कर्नाटक की राजधानी बैंगलरू के दामन पर दंगे का जो दाग लगाया उससे आईटी (IT) हब कहे जाने वाले बैंगलरू के लोग अब तक हैरान और परेशान हैं. उनका दर्द है कि दुनिया को आईटी सोल्यूशन देने वाली इस शहर को आखिर सोशल मीडिया पर फैले मैसेज की वजह से एक वर्ग विशेष के लोगों ने जला दिया.


कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने येदियुरप्पा सरकार से सुरक्षा की मांग की है. श्रीनिवास मूर्ति ने कहा, दंगाइयों ने उनके घर पर पेट्रोल बम फेंके और टायर जलाए. दंगों के आरोप में अब तक 146 लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं. डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाके में कल सुबह तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था इन दंगों में 3 लोगों की मौत हुई. 


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