Indipendence Day: स्वतंत्रता दिवस पर देश आजादी की वर्षगांठ का जश्न मना रहा है. लाल किले में झंडारोहरण के बाद पीएम मोदी ने जहां विकसित भारत का रोडमैप खींचा. वहीं आधी आबादी यानी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया. मोदी के भाषण की स्पीच की थीम भले ही विकसित भारत @2047 रही हो, लेकिन लाल किले की प्राचीर से उन्होंने जो संकेत दिए है, वो आधी आबादी को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाने से जुड़े हैं. इस बार पीएम मोदी ने अपने भाषण में महिलाओं पर हो रहें अत्याचारों का जिक्र करते हुए आतताइयों को राक्षस बताते हुए उनके मन मे डर भरने की बात कही है. 


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महिला अपराध पर क्या बोले मोदी?


साल 2012 के निर्भया कांड के ठीक 12 साल बाद 2024 में कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और उसकी बेरहमी से हत्या के बाद देश गुस्से में है. धरने प्रदर्शन हो रहे हैं. हालांकि पीएम मोदी ने किसी शहर या खास अपराध का जिक्र तो नहीं किया लेकिन ये जरूर कहा कि राक्षसों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा- महिलाओं से अपराध करने वाले मामलों की जल्द से जल्द जांच होने के साथ पीड़िता को हर हाल में इंसाफ मिलना चाहिए.


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पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'हमें गंभीरता से सोचना होगा. हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है. इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो. राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो. ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है. ये समय की मांग है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के लिए सजा का व्यापक प्रचार किया जाए ताकि इनके परिणाम को लेकर खौफ़ रहे.'


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इस तरह लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के साथ अत्याचार करने वालों को बहुत बड़ी वार्निंग दी है. उन्होंने कहा, 'हैवानों को ऐसा सबक मिलना चाहिए, जिससे हर किसी के मन में ऐसा भय हो जाए कि वो कभी किसी महिला के साथ कुछ गलत करने की सोच भी न सके.'