Farmers Protest: सिंघु बॉर्डर पर सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा सक्रिय हैं खुफिया एजेंसियां
सीआईडी के मुताबिक, अभी सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों के तेवर तल्ख हैं. वो किसी भी कीमत पर हटने को तैयार नहीं हैं. जब तक कानून वापस नहीं होगा तब तक ये नहीं हटने की जिद पकड़े बैठे हैं.
नई दिल्ली: नए कृषि कानून के विरोध में हजारों किसान पिछले 8 दिनों से दिल्ली के सभी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. ऐसे में एक तरफ जहां सरकार किसानों से बात कर आंदोलन के खत्म कराने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा और ऐहतियात के लिहाज से सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर सबसे ज्यादा खुफिया एजेंसियां सक्रिय हैं. बॉर्डर पर हरियाणा सीआईडी (CID) के अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और दिल्ली स्पेशल ब्रांच (Delhi Special Branch) के अफसर सादी वर्दी में एक्टिव हैं जो पल-पल की अपडेट जुटा रहे हैं.
30 हजार किसानों ने डाला सिंघु बॉर्डर पर डेरा
सिंघु बॉर्डर पर दिन के वक्त तकरीबन 30 हजार की भीड़ रहती है और रात में 25 हजार. रात के वक्त आस-पास के गांव के लोग अपने घर भी जाते हैं. सिंघु बॉर्डर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर तक बैठे हैं किसान. रोजाना धरने में नए लोग शामिल हो रहे हैं और आने वाले दिनों में और लोग बढ़ेंगे. सीआईडी के मुताबिक, अभी सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों के तेवर तल्ख हैं. वो किसी भी कीमत पर हटने को तैयार नहीं हैं. जब तक कानून वापस नहीं होगा तब तक ये नहीं हटने की जिद पकड़े बैठे हैं.
धरने पर बैठे लोग अपना खाना खुद बना रहे हैं. इतना ही नहीं वो बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को भी खाना बांट रहे हैं. पुलिस के अनुसार, धरने पर बैठे लोग काफी ज्यादा एक्टिव हैं. अगर कोई भी फोटो खींचता हुआ दिख रहा है तो उससे बकायदा शक होने पर पूछताछ की जा रही है. 2-3 दिसंबर की रात धरने पर बैठे लोगों में 6 लोगों को पकड़ा भी गया था जो फोटो खींच रहे थे. इन्हें बाद में पुलिस के हवाले कर दिया था. कुल मिलाकर जिस तरह की इन्फॉर्मेशन एकत्र हुई है, उससे एजेंसियों के हांथ पांव फूले हुए हैं.
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