Kerala Anna Sebastian News: केरल की EY India फर्म में काम करने वाली 26 साल की इंप्लाई अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की कथित पर ज्यादा काम करने की वजह से मौत हो गई थी. उसके बाद से देशभर में वर्किंग प्लेस पर काम की स्थिति को लेकर बहस छिड़ी हुई है. अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है. पेरायिल के चचेरे भाई सुनील जॉर्ज कुरुविला ने बताया कि एना की इसी महीने शादी होने वाली थी लेकिन उससे पहले ही वह दुनिया के चल बसी.


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Acuity Knowledge Partners नामक फर्म में काम करने वाले कुरुविला बताते हैं कि करियर को आगे बढ़ाने के लिए अन्ना के पास 2 विकल्प थे. पहला विकल्प ये था कि वो एमबीए करे और दूसरा ये था कि वो चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स करे. उसने बाद में चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स चुना. इसके बाद उसने EY India कंपनी को जॉइन कर लिया. 


चचेरे भाई ने लिंक्डइन पर लिखी पोस्ट 


लिंक्डइन पर पोस्ट लिखकर कुरुविला ने कहा कि उनकी दूसरी चचेरी बहन अन्ना हमेशा के लिए चली गई, लेकिन वह अब पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली है. उसके जाने के बाद लोग अब वर्किंग कंडीशंस के बारे में खुलकर बात कर रहे हैं. यही उसकी सबसे बड़ी जीत है. 


'अन्ना चली गई लेकिन उसकी यादें जीवित'


चचेरे भाई सुनील जॉर्ज कुरुविला कार्यकारी ने कहा कि अन्ना की मौत की खबर मिलने के बाद उन्होंने दादा को फोन करके इस बारे में बताया. उस दौरान दादाजी ने विस्तार से काफी बात की लेकिन उनकी आवाज टूट रही थी. उनसे बात करते करते मैं खुद को बहुत मुश्किल से संभाले हुए था. कुरुविला कहते हैं कि वे तब भी नहीं रो, जब उन्हें पता चला कि उसकी शादी इसी महीने तय हुई है. अन्ना मुझमें और उन सब लोगों में जीवित हैं, जो उसकी यादें संजोए हुए हैं. 


दुखी मां ने कंपनी मालिक को लिखा पत्र


रिपोर्ट के मुताबिक अन्ना की मां, अनीता ऑगस्टीन ने अपनी बेटी को काम के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में ईवाई इंडिया के अध्यक्ष राजीव मेमानी को एक पत्र लिखा था. दुखी मां ने कहा कि अन्ना पर काम का बोझ इतना अधिक था कि वह हर दिन 1 बजे अपने पेइंग गेस्ट आवास पर पहुंचने के बाद एक सप्ताह से सीने में जकड़न की शिकायत कर रही थी. साथ ही डॉक्टर को दिखाने के बाद भी काम पर जाने पर जोर दे रही थी. वह कहती थी कि उसके पास बहुत सारे काम पेंडिंग हैं और उसे छुट्टी नहीं मिलेगी. 


अनीता ऑगस्टाइन ने बताया कि कंपनी से कोई भी अन्ना के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ था, जो परिवार को बहुत दुखद लगा. उन्होंने पत्र में लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके पत्र से वास्तविक बदलाव आएगा ताकि किसी अन्य परिवार को वह सहन न करना पड़े जो उन्हें झेलना पड़ा.


ऐसा फिर कभी नहीं होगा- कंपनी चेयरमैन


इस पत्र को मिलने के बाद कंपनी के चेयरमैन राजीव मेमानी ने भी लिंक्डइन पर पोस्ट लिखकर रिप्लाई किया. उन्होंने कहा कि एक पिता होने के नाते वे ऑगस्टीन के दुःख को समझ सकते हैं. उनके जीवन में जो खालीपन है उसे कोई नहीं भर सकता. इस बात का मुझे वाकई दुख है कि हम अन्ना के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए. ऐसा करना हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और न ही फिर कभी ऐसा होगा.