नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) से अभी छुटकारा मिला नहीं है इस बीच म्यूकरमाइकोसिस ब्लैक फंगस (Black Fungus) ने चिंता बढ़ा दी है. दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में ब्लैक फंगस का 'रेयर केस' सामने आया है. दो मरीजों में छोटी आंत (small intestine) में म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस पाया गया है. डॉक्टर भी इस केस को अपने आप में नए तरह का मामला मान रहे हैं.


डॉक्टर मान रहे 'रेयर केस'


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जिन दो मरीजों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) पाया गया है उनमें एक व्यक्ति 58 साल के हैं जबकि दूसरे 68 साल के, दोनों को डायबिटीज है. इनमें से एक को स्टेरॉइड दिए गए थे जबकि दूसरे को स्टेरॉइड नहीं दिए गए. पेट में और बड़ी आंत में ब्लैक फंगस पाया जा सकता है लेकिन छोटी आंत में ब्लैक फंगस का पाया जाना रेयर माना जाता है. दोनों का इलाज गंगाराम अस्पताल में सर्जरी के जरिए किया गया. 


सूरत में भी हैरान करने वाला मामला


बता दें, इससे पहले शुक्रवार को गुजरात के सूरत में ब्लैक फंगस का एक नया मामला सामने आया. जिसमें फंगस मरीज के दिमाग तक पहुंच गया. ब्लैक फंगस (Black Fungus) से जुड़ा अपनी तरह का देश में ये पहला मामला है. जानकारी के मुताबिक सूरत में एक 23 वर्षीय युवक के दिमाग में ब्लैक फंगस का इंफेक्शन देखने को मिला. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के दिमाग में ही इस इंफेक्शन का पता चला. बीमारी का पता चलने के बाद डॉक्टरों ने मरीज की सर्जरी की लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. सर्जरी के चौथे दिन मरीज की मौत हो गई. 


बच्चों पर भी कर रहा अटैक


इससे पहले गुजरात के ही अहमदाबाद में एक 14 साल के बच्चे में ब्लैक फंगस का मामला सामने आया था. कोरोना पॉजिटिव बच्चे की म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद शुक्रवार को अहमदाबाद के ही एक अस्पताल में उसका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान बच्चे के दायीं तरफ के दांत निकालने पड़े. बच्चों में ब्लैक फंगस का ये पहला मामला है. इसे लेकर डॉक्टरों ने भी चिंता जताई है. 


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5 और कंपनियों को दवा बनाने का लाइसेंस जारी


बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के अब तक 8,848 केस सामने चुके हैं जिसमें 219 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में बढ़ते ब्लैक फंगस के मरीजों के चलते उससे जुड़ी दवा की कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए शुक्रवार को कई बड़े कदम उठाने की घोषणा की. केंद्र सरकार ने देश में कोरोना महामारी के साथ ही बढ़ रही ब्लैक फंगस की दवाई बनाने के लिए 5 और नई कंपनियों को लाइसेंस जारी किए. 


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