लखनऊ: आखिरकार बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पंजाब से उत्तर प्रदेश पहुंच गया है. करीब 14 घंटे की मैराथन ड्राइव के बाद यूपी पुलिस (UP Police) अंसारी को लेकर बुधवार सुबह 4 बजकर 34 मिनट पर बांदा जेल पहुंची. यहां चार डॉक्‍टरों की टीम अंसारी का मेडिकल चेकअप करेगी, उसके बाद उसे जेल के बैरक नंबर 15 में शिफ्ट किया जाएगा. पुलिस मंगलवार दोपहर को अंसारी को लेकर रवाना हुई थी. इस दौरान रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया था. 


50 से ज्यादा Case में आरोपी


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बीते करीब 2 साल से पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. अंसारी को पंजाब से यूपी लाने में योगी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी. माफिया डॉन, गैंगस्टर, 18 हत्याओं और यूपी में अपराध का सबसे बड़ा सिंडिकेट चलाने के आरोपी मुख्तार अंसारी को जब पंजाब से यूपी लाने की सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी तो पूरी तैयारी के साथ यूपी पुलिस पंजाब के रोपड़ जेल पहुंची. फिर सारी कागजी कार्रवाई के बाद मंगलवार दोपहर काफिला उसे लेकर यूपी के लिए निकल पड़ा. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.


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बांदा जेल में बढ़ाई सुरक्षा


हैंडओवर करने से पहले मुख्तार की कोरोना जांच करवाई गई थी. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद रोपड़ जेल प्रशासन ने मुख्तार को यूपी पुलिस को सौंपा. अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश को मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने की जिम्मेदारी मिली थी. वहीं, अंसारी की शिफ्टिंग के बाद बांदा जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे की सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है. बताया जा रहा है कि उसे बैरक नंबर 15 में रखा जाएगा. 


काफिला रुकते ही Police ने तानीं बंदूकें


पुलिस पंजाब, हरियाणा होते हुए अंसारी को यूपी लेकर आई है. यूपी की सीमा में बागपत जिले से घुसते ही पुलिस का काफिला और बढ़ गया था. यूपी पुलिस की कई गाड़ियां काफिले में जुड़ गईं थीं. जिस जिले से काफिला गुजर रहा था वहां के थानों की फोर्स उसे सुरक्षा प्रदान कर रही थी. लगातार छह घंटे चलने के बाद मुख्तार का काफिला थोड़ी देर के लिए जेवर पेट्रोल पंप पर रुका था. यहां काफिले के रुकते ही पुलिसवाले बंदूकें तानकर मुख्तार की एंबुलेंस के चारों ओर खड़े हो गए थे. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्तार को लेकर यूपी पुलिस कितनी मुस्तैद थी.


एक पल के लिए हुई अनहोनी की आशंका


मुख्तार के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से होते हुए औरैया पहुंचने से पहले इटावा, औरैया, कानपुर देहात की पुलिस फोर्स को अलर्ट कर दिया गया था. मुख्तार को लेकर यूपी पुलिस कितनी चौकस थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सभी जिलों के तेज तर्रार पुलिस अफसरों की टीम हाईवे पर लगातार मुस्तैद रही. यूपी पुलिस का काफिला जब अचानक कानपुर देहात के एक थाने में रुका, तो एक बार के लिए सभी को किसी अनहोनी की आशंका हुई, हालांकि बाद में पता चला कि मुख्तार को फ्रेश होना था.