Mulayam Singh Yadav passed away: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो गया. उनके निधन के बाद पीएम मोदी, अमित शाह, सीएम योगी समेत देशभर के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है. मुलायम सिंह यादव को जमीन से जुड़ा हुआ नेता माना जाता है. उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जिन्हें ज्यादातर लोग नहीं जानते. क्या आपको पता है कि एक वक्त ऐसा था जब मुलायम सिंह यादव बिना चुनाव लड़े MLA बन गए थे. आइए बताते हैं वो किस्सा.


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कॉलेज में MLA कहकर बुलाते थे लोग


दरअसल, ये बात उनके कॉलेज लाइफ की है. जब वो कॉलेज में पढ़ाई रहे थे, तब उनके मित्र उन्हें MLA कहकर बुलाते थे. वो अपने दोस्त में काफी लोकप्रिय थे. उनके दोस्त जब उसे प्यार से MLA कहा करते थे, तब उन्होंने नहीं सोचा था कि वो एक वो सूबे के सीएम बन जाएंगे. आज भी मुलायम सिंह यादव को लोग प्यार से नेताजी कहकर ही बुलाते हैं.


छात्र जीवन में शुरू की राजनीति


मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा के सैफई गांव में 22 नवंबर 1939 को हुआ था. उनकी प्राइमरी एजुकेशन गांव के ही स्कूल में हुई. बाद में इटावा के केके कॉलेज में उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. कॉलेज के दिनों में ही वो सोशलिस्ट पार्टी की विचार धारा से जुड़ गए थे. इसके बाद उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा. वो कॉलेज में छात्रसंघ के चुनाव में कूद पड़े और जीतकर अध्यक्ष भी बन गए. वो छात्र राजनीति में ही राम मनोहर लोहिया, नत्थू सिंह और कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया जैसे बड़े नेताओं के चहेते बन गए.


छात्र जीवन में किए कई आंदोलन


वो कॉलेज में ही काफी पॉपुलर हो गए थे. छात्रों के सभी कामों को वो करा देते थे. छात्रहित में कई आंदोलन भी उन्होंने किए. उनके उसी नेतृत्व करने के स्वभाव की वजह से वो सबके खास बन गए और उनके साथी उन्हें MLA कहना शुरू हो गए. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एक बार मुलायम सिंह यादव सिंचाई कीमत में बढ़ोतरी के विरोध में धरने पर बैठे गए थे. इस घटना का जिक्र देशबंधु वशिष्ठ ने मुलायम सिंह यादव पर लिखी किताब 'मुलायम सिंह यादव और समाजवाद' में किया है.



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