Haryana Chunav 2024: हरियाणा में बीजेपी, कांग्रेस और आप तीनों जल्द ही पूरी 90 सीटों पर स्थिति साफ करने की बात कह रही हैं. इस बीच ज्यादा चर्चा ये है कि कांग्रेस और AAP का अलायंस (congress app alliance) होगा या नहीं? हालांकि दोनों के पास इस गठबंधन में देरी के अपने-अपने तर्क हैं. लोकसभा में बीजेपी से 5 सीट छीनकर मिली ताकत से कांग्रेस खुद को विन-विन सिचुएशन में मान रही है. दूसरी ओर AAP नेता अपने सुप्रीमो के न होने के चलते मनमाफिक मोलभाव नहीं कर पा रहे हैं. इस बीच खबर है कि उम्मीद का दामन अभी किसी ने नहीं छोड़ा है.


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कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को नौ उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. अब उचाना कलां से बृजेंद्र सिंह और गुरुग्राम से मोहित ग्रोवर का नाम पर मैदान में उतारा गया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने 90 में से 41 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और फिलहाल वहां माहौल एकदम कूल-कूल दिख रहा है.


गठबंधन में देरी की इनसाइड स्टोरी


इस बीच सूत्रों के हवाले से सौ बात की एक बात ये सामने आई कि कांग्रेस ने हरियाणा में 24 सीटों पर दोबारा सर्वे कराया था. बात गठबंधन (congress app partnership) में देरी की तो आपको बता दें कि आप के सांसद राघव चड्ढा ने कांग्रेस के दीपक बाबरिया के साथ बैठक के बाद संभावित गठबंधन को लेकर अभी उम्मीदों का दामन नहीं छोड़ा है. राघव चड्ढा ने कहा कि उम्मीद है, जल्द ही हम मीडिया से बात करेंगे और आपको अच्छी खबर देंगे.


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डेडलाइन सर पर है


आप नेता राघव चड्ढा ने कहा- 'आरजू भी है, हसरत भी है... हमारा टारगेट 4 दिन के भीतर सीट-बंटवारे का फार्मूला तैयार कर लेना है. इसलिए नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर से पहले फैसला हो जाएगा. लगता है कि बात बन ही जाएगी.'


वहीं AICC के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, 'जिस तरह हमारी पिछली तीन मुलाकातें हुईं, इससे ऐसा लगता है कि ये कांग्रेस और आप दोनों के लिए जीत की स्थिति होगी. हम गठबंधन में जाएं इसके लिए कोशिश में लगा हूं. जरूरत पड़ी तो हम पहले से घोषित उम्मीदवारों के नामों में बदलाव कर सकते हैं. 


गठबंधन के लिए बस ये रास्ता बाकी


अलायंस के अंतिम विकल्प की बात करें तो रविवार को कांग्रेस ने 'आप' को आखिरी ऑफर दिया है. इसे 'My way Or Highway' (मेरी सुनो या रास्ता नापो') माना जा रहा है. यानी 'डील स्वीकार करनी है तो करो नहीं तो छोड़ दो'. इसके गहरे मायने हैं. दरअसल हरियाणा में दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना की नींव, AAP द्वारा मांगी गई सीटों की संख्या और कुछ खास सीटों पर कांग्रेस की दोहरी शर्तों को स्वीकार करने पर टिकी हैं.


संडे की डील ऑफर करने के बाद कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की सूची जारी करके कांग्रेस ने बता दिया है कि वो झुकने को तैयार नहीं है. कांग्रेस 41 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतार चुकी है और 49 पर ऐलान होना बाकी है. अभी तक कोई अपनी मांग से पीछे नहीं हटा है. 'आप' के सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने भी उनके ऑफर का जवाब नहीं दिया है. हालांकि मीडिया के के सामने दोनों दलों के नेता कह रहे हैं - 'रिपोर्ट ओके है.'


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'आप' के मन में क्या चल रहा है?


एक खबर ये भी आई कि आम आदमी पार्टी जिसने रविवार तक अपनी पहली सूची जारी करने की बात कही थी, वो फैसला टल गया है. AAP लोकसभा चुनावों में अपने वोट शेयर और पार्टी काडर की अब तक की मेहनत के हिसाब से 10 सीटें मांग रही है. मोलभाव यानी बारगेनिंग की आखिरी सूरत में वह 4-6 सीटों पर राजी हो सकती है.


AAP सूत्रों ने कहा कि अगर गठबंधन सफल होता है तो सोमवार को अलायंस की घोषणा हो जाएगी. कांग्रेस के एक सूत्र ने कहा, 'अगर AAP, हमारी डील मान लेती है तो 4 से 6 सीटों पर गठबंधन हो सकता है'. 


इससे पहले रविवार को चड्ढा ने ये भी कहा था कि अगर जीत की स्थिति नहीं होगी तो आप गठबंधन के साथ आगे नहीं बढ़ेगी. मतलब मोलभाव का स्कोप बाकी है. गौरतलब है कि हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 12 सितंबर है और नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे. हालांकि आज सोमवार को आप ने एक नया बयान देकर कांग्रेस की टेंशन जरूर बढ़ा दी है. 


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