Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर के चुनावी समर में अब पीएम मोदी भी उतर गए हैं. उन्होंने डोडा में अपनी पहली रैली संबोधित करते हुए वंशवादी राजनीति  पर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है. वंशवादी राजनीति ने सुंदर क्षेत्र को बर्बाद किया है. इसके बाद अब उमर अब्दुल्ला ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पारिवारिक राजनीति के बारे में बात करने के बजाय स्थिति के बारे में बात करनी चाहिए. उमर ने कहा कि जब उन्हें हमारे समर्थन की आवश्यकता होती है, तो हम गठबंधन के लिए अच्छे होते हैं.


पीएम की पहली रैली, क्या बोले उमर


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असल में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को स्वीकार करने में विफल रहने का आरोप लगाया. अब्दुल्ला ने कहा कि आज जबकि पीएम मोदी डोडा में हैं. हम कुछ किलोमीटर की दूरी पर डोडा के पड़ोसी जिले किश्तवाड़ में हुए आतंकवादी हमले में एक अधिकारी सहित दो बहादुर सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त करते हैं. 


अब्दुल्ला ने कहा कि पारिवारिक बयानबाजी के बजाय, उन्हें इस त्रासदी के बारे में बोलना चाहिए. उमर ने कहा कि अब पांच साल हो गए हैं जब अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया है, वे वर्तमान स्थिति को कैसे समझाएंगे. हमने किश्तवाड़ में सैनिकों को खो दिया, और बारामुल्ला में मुठभेड़ जारी है. अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री मोदी की पारिवारिक राजनीति द्वारा जम्मू-कश्मीर के कथित विनाश के बारे में टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी.


परिवार की राजनीति को निशाना ना बनाएं.. 


उन्होंने कहा कि हमें और परिवार की राजनीति को निशाना बनाने के बजाय प्रधानमंत्री को सुरक्षा के ज्वलंत मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए, खासकर किश्तवाड़ में आतंकवादी हमले में दो जवानों की दुखद मौत पर. उमर ने कहा कि भाजपा ने अतीत में पीडीपी के साथ गठबंधन किया था क्योंकि यह उनके अनुकूल था, क्या उस समय पीडीपी किसी विनाश के लिए हम जिम्मेदार नहीं थे. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा सरकार में मंत्री था, लेकिन उस समय हम बुरे नहीं थे. 


उधर डोडा में क्या बोले पीएम


इससे पहले पीएम मोदी ने डोडा में कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है और उनकी सरकार ने “इस सुंदर क्षेत्र को नष्ट करने वाली” वंशवादी राजनीति का मुकाबला करने के लिए एक नया नेतृत्व पेश किया है. जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले में बीजेपी उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के अपनी सरकार के वादे को दोहराया और लोगों को नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को फिर से सत्ता में लाने को लेकर आगाह किया.


विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 18 सितंबर को होने वाले मतदान से पूर्व प्रधानमंत्री की केंद्र-शासित प्रदेश में यह पहली चुनावी रैली थी. इस चरण में जम्मू के तीन जिलों-डोडा, किश्तवाड़ और रामबन तथा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों की 24 सीट पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के बाद 25 सितंबर को दूसरे चरण में 26 सीट पर मतदान होगा. आखिरी चरण में एक अक्टूबर को 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 


वंशवादी राजनीति पर करारा प्रहार...


पीएम मोदी ने लगभग 45 मिनट के भाषण की शुरुआत रैली में आए लोगों का कश्मीरी भाषा में स्वागत करके की. उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा, "इस बार (विधानसभा) चुनाव जम्मू-कश्मीर का भविष्य तय करेगा, जो आजादी के बाद से ही विदेशी ताकतों के निशाने पर रहा है." मोदी ने कहा, "इतना ही नहीं, वंशवादी राजनीति ने इस सुंदर क्षेत्र को भीतर से खोखला कर दिया. जिन राजनीतिक दलों पर आपने भरोसा किया, उन्होंने कभी आपके बच्चों की परवाह नहीं की. उन्होंने सिर्फ अपने बच्चों की परवाह की और उन्हें आगे बढ़ाया तथा नये नेतृत्व को उभरने नहीं दिया.