कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयानों को लेकर उनके खिलाफ टिप्पणी के लिए केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस ने बताया कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक पदाधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है.'


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राहुल पर बिट्टू ने दिया था बयान 


लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भारत में सिखों को लेकर अमेरिका में दिए गए बयानों के मामले में रेल राज्य मंत्री बिट्टू ने रविवार को उन पर निशाना साधा था और कहा था कि जब बम बनाने में माहिर लोग राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, तो वह देश के नंबर एक आतंकवादी हैं. इस बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि बिट्टू एक सिरफिरे आदमी की तरह बात कर रहे हैं. 


मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री बिट्टू रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के भागलपुर स्टेशन से भागलपुर-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन को शुरू किए जाने के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भागलपुर जिले में थे. उन्होंने राहुल गांधी के बारे में कहा था, 'एक तो वह हिंदुस्तानी नहीं हैं. ज्यादा वक्त उन्होंने विदेशों में बिताया है. उनके दोस्त और परिवार के सदस्य वहां पर हैं इसलिए कहीं न कहीं उनको अपने देश के साथ ज्यादा प्यार नहीं है. वह बाहर जाकर उल्टा-पुल्टा बोलते हैं.'


कांग्रेस ने बिट्टू को बताया सिरफिरा शख्स


बिट्टू ने आगे कहा था, 'अब उन्हें अलगाववादियों का समर्थन मिल गया है, जो हमेशा देश को बांटने की बात करते हैं. वे (अलगाववादी) और अतिवांछित लोग भी सिखों के संबंध में राहुल गांधी की टिप्पणी की सराहना कर रहे हैं. जब बम बनाने में भी माहिर लोग राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, तब वह देश के ‘नंबर वन’ आतंकवादी हैं. वह अलगाववादियों की तरह बात कर रहे हैं. उन्हें पकड़ने के लिए इनाम होना चाहिए क्योंकि वह देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं.'


 लोकसभा चुनाव से पहले BJP में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी बिट्टू ने आरोप लगाते हुए कहा था, 'पहले, उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब वे सिखों को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं.'


बिट्टू का यह बयान राहुल गांधी के अमेरिका में दिए उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि एक सिख व्यक्ति को पगड़ी और कड़ा पहनने और गुरुद्वारे जाने की अनुमति हो या नहीं. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को दूसरों से कमतर मानने का भी आरोप लगाया था.