PM Narendra Modi Pagdi: भारत आज 26 जनवरी को अपना 75वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वॉर मेमोरियल गए और वहां प्रधानमंत्री अपने सिर पर पगड़ी (PM Modi Pagdi) पहने नजर आए. उन्होंने Bandhani प्रिंट पगड़ी पहनी. जो रंग-बिरंगी होती है. यूं तो उनकी पगड़ी में कई रंग थे, पर सबसे ज्यादा पीला रंग निखर कर आ रहा था. जान लें कि भगवान श्रीराम का रंग भी पीला माना जाता है. लोग अब पीएम मोदी की पगड़ी के रंग और भगवान श्रीराम के प्रिय रंग को जोड़कर देख रहे हैं.


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प्रधानमंत्री मोदी की पगड़ी में क्या खास है?


बता दें कि 4 दिन पहले ही 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की है. 500 साल के संघर्ष के बाद प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में स्थापित हुए. पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा के समय भाव-विभोर दिखाई दिए थे. कहा जा रहा है कि आज प्रधानमंत्री के भगवान श्रीराम के प्रिय रंग की पगड़ी पहनने से साफ है कि वह भगवान श्रीराम में अटूट श्रद्धा रखते हैं. और इसे जताने में कोई गुरेज नहीं करते हैं.


देश में धूमधाम से मन रहा गणतंत्र दिवस


जान लें कि आज देश में गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. गणतंत्र दिवस के मौके पर देशभर की सरकारी बिल्डिंगों को तिरंगे के रंग में सजाया गया. बीती शाम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सरकारी इमारतें तिरंगे की रोशनी में जगमगाती नजर आईं. एक वक्त था जब कश्मीर का लाल चौक आतंक के साए में होता था, लेकिन 25 जनवरी की शाम यहां का नजारा देखते ही बन रहा था. श्रीनगर का घंटाघर तिरंगे के रंग में नहाया हुआ था और लोग उसके साथ सेल्फी ले रहे थे.


परेड में इस बार खास क्या है?


गौरतलब है कि इस बार की गणतंत्र दिवस की परेड भी बहुत खास है. कर्तव्य पथ पर पहली बार ऐसा हुआ कि परेड की शुरुआत शंख, नादस्वरम और नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि से हुई. पहली बार 100 महिला कलाकारों के दस्ते ने गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत की. ये कलाकार शंख, नगाड़े जैसे भारतीय वाद्ययंत्र बजाते हुए कर्तव्य पथ से गुजरे.


जान लें कि इस बार गणतंत्र दिवस की थीम 'इंडिया इज ए मदर ऑफ डेमोक्रेसी' यानी 'भारत लोकतंत्र की मां है' रखा गया है. इसलिए परेड में इस बार 80 फीसदी महिलाओं की भागीदारी रहेगी और नारी शक्ति पूरे कर्तव्य पथ पर छाई रहेंगी. देश के इतिहास में ये पहला मौका होगा जब जल, थल और वायुसेना का महिला दस्ता परेड में हिस्सा लेगा. और दुनिया भारत के आधुनिक हथियारों के साथ हिंदुस्तान की ताकत देखेगी.