वाह सिद्धू साहब तुस्सी ग्रेट हो! इमरान खान से दोस्ती आपने की, बिल भरवाया पंजाब सरकार से
नवजोत सिद्धू पिछले साल 18 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे. इसी समारोह में सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ बाजवा की जफ्फी भी पाई थी, जिसको लेकर भारत में सिद्धू की काफी निंदा भी हुई थी.
चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा फिर से विवादों में है. सिद्धू ने इस निजी यात्रा को सरकारी दिखाकर पंजाब सरकार से खर्च वसूल लिया है. यहां याद दिला दें कि इसी यात्रा पर सिद्धू ने पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी, जो काफी विवादों में रहा था. कांग्रेस नेता सिद्धू ने अपनी इस निजी पाकिस्तान यात्रा को सरकारी यात्रा बता कर सरकारी खजाने से एक मंत्री के तौर पर यात्रा और भत्ते का कलेम हासिल किया है.
नवजोत सिद्धू पिछले साल 18 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे. इसी समारोह में सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ बाजवा की जफ्फी भी पाई थी, जिसको लेकर भारत में सिद्धू की काफी निंदा भी हुई थी. सिद्धू की ओर से यात्रा का कलेम हासिल करने की जानकारी एक आरटीआई से मिली है.
अश्विनी चावला की ओर से दायर आरटीआई में पता चला है कि नवजोत सिद्धू ने पिछले साल 17 अगस्त से 19 अगस्त के दौरान की गई पाकिस्तान यात्रा को सरकारी यात्रा दर्शाया और इस यात्रा के लिए सरकार से मंत्री को मिलने वाले भत्ते हासिल किये.
आरटीआई में मिले जवाब के आधार पर अश्वनी चावला ने बताया कि सिद्धू ने न केवल अपनी लिए यात्रा भत्ता हासिल किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि वह 18 अगस्त को अमृतसर में थे जबकि वह इस दिन पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल थे.
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने शपथ ग्रहण सामरोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. भारत पाकिस्तान के साथ रिश्तों में चल रही कड़वाहट के चलते मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को वहां जाने से मना कर दिया था. हालांकि सिद्धू निजी तौर पर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान चले गए थे.
इसी समारोह में सिद्धू ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात की थी. नवजोत सिद्धू की ओर से इस यात्रा का सरकार से खर्च लेने के मामले में विपक्ष ने सिद्धू को घेर लिया है. अकाली नेता चरणजीत सिंह बराड़ ने कहा कि सिद्धू सिद्धांतों की बात करते हैं मगर व्यवहार में सिद्धांत गायब है.
बहरहाल, नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब मंत्रिमंडल में मंत्री पद की कुर्सी छोड़ने के बाद से ही मीडिया से बात करने से गुरेज कर रहे हैं. लेकिन इस ताजा विवाद पर भी सिद्धू का अब तक कोई जवाब नहीं आया है.
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