रायपुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) में हुई नक्सली मुठभेड़ के बाद से लापता सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास की तस्वीर सामने आई है. सीआरपीएफ कमांडो राकेश्वर सिंह की फोटो जारी कर नक्सलियों ने दावा किया है कि जवान सुरक्षित है. इससे पहले नक्सलियों ने कुछ स्थानीय मीडियाकर्मियों को एक पत्र जारी कर कहा था कि लापात जवान उनके कब्जे है.


पत्रकार का बड़ा खुलासा- जवान को लगी है गोली


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इस बीच छत्तीसगढ़ के एक स्थानीय पत्रकार गणेश मिश्रा ने भी जवान राकेश्वर सिंह मनहास को लेकर बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि वह नक्सलियों को कब्जे में हैं. एएनआई से बात करते हुए गणेश मिश्रा ने बताया है कि, 'मुझे नक्सलियों के दो फोन कॉल आए हैं कि एक जवान उनकी गिरफ्त में है. उन्होंने कहा कि जवान को गोली लगी और उसे मेडिकल ट्रीटमेंट दी गई है. नक्सलियों ने कहा कि जवान को 2 दिनों में रिहा कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जवान का वीडियो और फोटो जल्द ही जारी किया जाएगा.'



नक्सली हमले में 22 जवान हुए थे शहीद


बता दें कि शनिवार (3 अप्रैल) को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें 22 जवान शहीद हो गए और 31 जवान घायल हुए थे. इसके साथ ही 1 जवान राकेश्वर सिंह मनहास लापता हो गए थे.


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2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे राकेश्वर सिंह


राकेश्वर सिंह मनहास साल 2011 में सीआरपीएफ (CRPF) में भर्ती हुए थे. तीन महीने पहले ही छत्तीसगढ़ में उनकी पोस्टिंग हुई थी. 7 साल पहले राकेश्वर सिंह की शादी हुई थी और एक 5 साल की बेटी है. मां कुंती देवी और पत्नी मीनू ने केंद्र और राज्य सरकार से राकेश्वर को नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाने की मांग की है. उनके पिता जगतार सिंह भी सीआरपीएफ में थे. उनका निधन हो चुका है. छोटा भाई सुमित कुमार प्राइवेट सेक्टर में काम करता है. बहन सरिता की शादी हो चुकी है.


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