मुंबई: महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार के सहयोगी दल एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से शिवसेना नेता और राज्य सरकार में मंत्री संजय राठौर की 'शिकायत' की है. कोरोना काल में शिवसेना नेता और मंत्री संजय राठौर द्वारा रैली किए जाने और समर्थन में भीड़ जुटाने से कांग्रेस और एनसीपी नाराज है.


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शरद पवार ने CM से की शिकायत
बताया जा रहा है कि एनएसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से मुलाकात करके अपनी नाराजगी जताई है. बताजा जा रहा है कि उसी के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. शरद पवार के बाद कांग्रेस पार्टी  के नेता बाला साहेब थोराट ने भी भीड़ के जुटने पर नाजाजगी जताई है. सरकार में शामिल दोनों पार्टियों की नाराजगी के बाद अब शिवसेना भी उनकी हां मे हां मिला रही है और कह रही है राज्य में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं जो कोई भी नियम तोड़ेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 


CM ठाकरे ने दिए जांच के आदेश
शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है, बालासाहेब थोराट को भीड़ नहीं जुटानी चाहिए थी. कोरोना के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री की तरफ से आदेश हैं कि राजनीतिक कार्यक्रम ना किए जाएं तो ऐसा नहीं होना चाहिए था. मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं और कार्रवाई करने की बात कही हैं. 


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क्या है मामला?
टिकटॉक स्टार पूजा चाव्हाण की खुदकुशी के बाद विवादों में घिरे शिवसेना नेता और मंत्री संजय राठौर मंगलवार को महाराष्ट्र के वासिम इलाके पोहरा देवी के दर्शन और पूजा के लिए पहुंचे. संजय राठौर के साथ उनकी पत्नी भी आई थीं. राठौर के मंदिर आने से पहले हजारों की संख्या में उनके समर्थक पहुंच चुके थे. मंदिर परिसर में जमा भीड़ कोरोना के सारे नियमों- कानूनों को धता बता रही थी. मंत्री के शक्ति प्रदर्शन से शरद पवार नाराज हैं.   


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