New parliament building Inauguration and Savarkar Jayanti: देश के नए संसद भवन के उद्घाटन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. इसे लेकर बवाल दिन-प्रतिदिन और बढ़ता जा रहा है. आपको बता दें कि 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा. सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस पार्टी ने नए संसद भवन के उद्घाटन की तारीख को लेकर केंद्र सरकार से नाराजगी जताई है क्योंकि जिस दिन नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा, उसी 28 मई को वीर सावरकर (Savarkar Jayanti) की जयंती मनाई जाती है, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 'भारत की शान' बताया जाता है.


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पक्ष-विपक्ष में तकरार क्यों?


खुले मंच पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) वीर सावरकर को महापुरुष के रूप में पेश करती है लेकिन कई राजनीतिक पार्टियों को बीजेपी की यह बात रास नहीं आती है. कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया कि 28 मई के दिन वीर सावरकर की जयंती है, इस दिन संसद भवन का उद्घाटन करना देश के निर्माताओं का अपमान करना है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग तारीख पर सवाल उठा रहे हैं वो सावरकर के चरणों की धूल के बराबर भी नहीं हैं.


राहुल गांधी का बयान


कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि उन्होंने उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करके मर्यादा का अपमान किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया है. पूर्व एमपी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री द्वारा होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम को पहले से ही गलत बताया है. राहुल गांधी ने कहा है कि देश का प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होता है. इस लिहाज से लोकतांत्रिक मूल्य और संवैधानिक मर्यादा को देखते हुए ये उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए. आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को न बुलाकर मोदी सरकार द्वारा आदिवासियों और पिछले समुदायों का अपमान किया जा रहा है.