Bihar News: जेडीयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा रूटीन चेकअप के  लिए दिल्ली के एम्स में क्या भर्ती हुए बिहार में राजनीतिक चर्चाओं का दौरा एक बार फिर शुरू हो गया है. दरअसल एम्स में कुशवाहा से मिलने के लिए बीजेपी नेताओं का तांता लगा है.


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कुशवाहा से अब तक बिहार बीजेपी प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, बिहार बीजेपी प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक संजय टाइगर, बीजेपी नेता योगेंद्र पासवान मुलाकात कर चुके हैं.


क्या होगा बड़ा उल्टफेर?
उपेंद्र कुशवाहा की अपनी पार्टी से नाराजगी और बीजेपी को लेकर नरम रुख किसी से छिपा नहीं है ऐसे में उनसे बीजेपी नेताओं की मुलाकात के बाद अटकलें तो लगनी ही थीं. चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि बिहार की राजनीति में जल्द ही बड़ा उल्टफेर होगा और कुशवाहा बीजेपी का दामन थाम लेंगे.


कुशवाहा भी ऐसा कुछ कर रहे हैं जिनसे बीजेपी में जाने की उनकी अटकलों को बल मिलता रहा है. पिछले दिनों उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को जन्मदिन की बधाई दी. तभी यह कयास लगाया जाने लगा था कि वह बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं हालांकि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का खंडन कर दिया.


क्यों अपनी पार्टी से नाराज हैं कुशवाहा
दो साल पहले कुशवाहा ने अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जदयू में विलय  किया था. कुशवाहा ने अपनी पार्टी आरएलएसपी का जेडीयू में विलय किया था. इसके बाद वह जेडीयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष और एमएलसी बने. उन्हें संगठन में बड़ा पद तो मिला लेकिन संगठन में उनकी चलती नहीं.


कुशवाहा 2024 में काराकाट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. हालांकि यह सीट उन्हें मिलेगी इसकी संभावना बहुत कम है. उनके डिप्टी सीएम बनने की भी चर्चाओं जोर पकड़ती रहती है लेकिन इसकी भी कोई उम्मीद नहीं दिखती. पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना से बुधवार को इनकार किया।


कुशवाहा ने पिछले दिनों ऐसे कई बयान दिए हैं जिससे यह लग रहा है कि उनका नया राजनीतिक ठिकाना बीजेपी होती है. हालांकि वह हर बार इन दावों का खंडन भी कर देते हैं. फिलहाल एम्स में उनसे बीजेपी नेताओं की मुलाकात ने एक बार फिर अटकलों को जन्म दे दिया है.


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