जम्मू-कश्मीर में NIA की बड़ी कार्रवाई, आतंकियों के मददगारों पर शिकंजा, जानें पूरा मामला
Jammu Kashmir: NIA ने नये साल पर राजौरी में डांगरी गांव में आतंकियों की मदद करने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. गिरफ़्तार आरोपी निसार अहमद और मुश्ताक़ हुसैन का आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा से कनेक्शन है.
Jammu Kashmir: NIA ने नये साल पर राजौरी में डांगरी गांव में आतंकियों की मदद करने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. गिरफ़्तार आरोपी निसार अहमद और मुश्ताक़ हुसैन का आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा से कनेक्शन है. इन दोनों ने गांव में हमला करने आये आतंकियों को छिपने में मदद की थी. इस हमले में पांच लोग मारे गये थे.
एजेंसी इस मामले के जांच के लिये जम्मू के राजौरी, रियासी, पूंछ और मेढंर इलाके में काफी लोगों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान ही इन दोनों आरोपियों का नाम सामने आया जिसके बाद दोनों को गिरफ़्तार किया गया. हैरानी की बात ये है कि दोनों गिरफ़्तार आरोपी किसी दूसरे मामले में पहले से जम्मू की जेल में बंद थे. जहां से इन्हें गिरफ़्तार कर 12 दिनों की हिरासत में पूछताछ के लिये लिया गया.
शुरुआती जांच में एजेंसी को पता चला है कि दोनों गिरफ़्तार आरोपी पाकिस्तान में बैठे लश्कर आतंकी सैफ़ुल्लाह उर्फ़ साजिद, अबू कत्तल और मोहम्मद कासिम के संपर्क में थे. इनके कहने पर ही राजौरी के गांव डांगरी में हमला करने वाले दोनों आतंकियों को दो महीने तक छिपने में मदद की थी.
नये साल पर आतंकियों के इस हमले में पांच लोगों की जान गयी थी. जिसमें एक बच्चा भी शामिल था. आतंकियों ने रात में अलग-अलग घरों को निशाना बनाया था और एक प्लास्टिक की बाल्टी के नीचे IED छिपा चले गये थे ताकी बड़े हादसे को अंजाम दिया जा सके. लेकिन एक बच्चे ने अगले दिन वो बाल्टी हिलायी जिसके बाद धमाके में उस बच्चे की जान चली गयी थी.
हमला करने वाले आतंकियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला था. जबकि वहां पर हमले के बाद सुरक्षाबलों ने काफ़ी बड़ा तलाशी अभियान चलाया था. सुरक्षा के लिहाज़ से गांव मे भी CRPF की तैनाती की गयी थी.