Nitin Gadkari interview on Zee News: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी. इसके लिए एक हफ्ते से भी कम का समय रह गया है. मतदान से पहले जमकर सियासी बयानबाजी चल रही है. महायुति और महाविकास अघाड़ी के नेता एक दूसरे पर वार कर रहे हैं.  महाराष्ट्र चुनाव 2024 से ठीक पहले बीजेपी नेता, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जी न्यूज को एक Exclusive इंटरव्यू दिया है. इंटरव्‍यू के दौरान गडकरी ने कई मुद्दों पर बात की है.


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Zee News पर नितिन गडकरी SUPER EXCLUSIVE:- 



महाराष्ट्र का सीएम कौन बनेगा?
नितिन गडकरी से जब महाराष्ट्र के सीएम कौन बनेगा, यह सवाल पूछा गया तो नितिन गडकरी ने मुस्कराते हुए कहा कि न मैं सीएम का दावेदार हूं, न ही मुझें बनना है. और कोई अगर मुझे बनाएगा तब भी नहीं बनेंगे. यह पार्टी के शीर्ष नेता चुनेंगे कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री.


उद्धव ठाकरे पर दरवाजे बंद?
नितिन गडकरी ने बताया कि इस चुनाव में हमारा गठबंधन है, हम इस चुनाव में जीतेंगे. हमारा फोकस इसी पर अभी है.


संघ बीजेपी की पिछलग्गू है?
कांग्रेस के लोग कुछ भी कह सकते हैं. उन्हें सीरियस लेने की जरूरत नहीं है. संघ एक सांस्कृतिक संगठन है, संघ के कुछ स्वयंसेवकों में राजनीति की अच्छी समझ है. उन्हें उनकी विचारधारा जो अच्छी लगती है, उसी के लिए काम करते हैं. बीजेपी की विचार धारा उन्हें पसंद है. वह अपना काम कर रहे हैं. कुछ नहीं कर रहे हैं.


कीटनाशाक पर क्या बोले?
हाईब्रीड बीज से अगर उत्पादन बढ़ता है तो उस पर रोग भी लगते हैं, तो उसे ठीक करने के ‌लिए स्प्रे का प्रयोग किया जाता है, ठीक वैसे बीजेपी पार्टी बड़ी हो रही है. अगर कुछ रोग लगेगा तो उसे ठीक करने के लिए स्प्रे भी करना जरूरी है. जिससे पार्टी सही दिशा में बढ़ती रहे.


कितने सीट महाराष्ट्र में मिलेगी?
मेरे हिसाब से महाराष्ट्र में हमारे गठबंधन को बहुत अच्छी सीटें मिलेंगी. महाराष्ट्र में महायुति की लहर है, हम बहुमत से सरकार बनाएंगे.


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे क्यों लेट हुआ?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे इसलिए देरी हुई कि कई सारे मामले अदालत में चले गए. दिसंबर तक काफी काम हो जाएगा.


बटेंगे तो कटेंगे नारा किसके लिए है?
बटेंगे तो कटेंगे यह नारा, हिंदू-मुस्लिम के लिए नहीं है. इसे अलग रंग दिया जा रहा है. हम सब भारतीय हैं, हमें मिलकर एक होकर देश को आगे बढ़ाना है. जाति-धर्म, भाषा छोड़कर हमें एक रहना चाहिए. देश के बाहर और देश के अंदर की चुनौतियों से मिलकर लड़ना है.