नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी, अंजान शख्स के फोन कॉल से मची खलबली
Nitin Gadkari receives death threat: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को सोमवार शाम उनके दिल्ली स्थित आवास पर फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली. मंत्री के कार्यालय ने इस बारे में दिल्ली पुलिस को सूचित किया.
Nitin Gadkari receives death threat: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को सोमवार शाम उनके दिल्ली स्थित आवास पर फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली. मंत्री के कार्यालय ने इस बारे में दिल्ली पुलिस को सूचित किया. शिकायत मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि नितिन गडकरी के आवास पर मिली जान से मारने की धमकी की सूचना मंत्री के स्टाफ ने पुलिस को दी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, विवरणों का सत्यापन किया जा रहा है और जांच जारी है.
मामले की जांच पड़ताल कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के यहां मोतीलाल नेहरू रोड स्थित सरकारी आवास के लैंडलाइन नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने धमकी भरी कॉल की. सोमवार रात गडकरी के कार्यालय के एक कर्मचारी को फोन आया. अधिकारी ने कहा कि फोन करने वाले ने अपना विवरण साझा नहीं किया और मंत्री से बात करने और उन्हें धमकी देने की मांग की.
उन्होंने कहा, "कॉल करने वाले ने हिंदी में बात की और कहा 'मुझे मंत्री जी से बात करनी है, उन्हें धमकी देना है' (मैं मंत्री से बात करना चाहता हूं और उन्हें धमकी देना चाहता हूं) और कॉल काट दिया ."
मंत्री के कार्यालय ने मामले की सूचना दिल्ली पुलिस को दी जो अब मामले की जांच कर रही है. अधिकारी ने कहा, "सभी कॉल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया जा रहा है. आरोपी ने लैंडलाइन नंबर पर कॉल किया था, इसलिए हम अपराधी तक पहुंचने के लिए नंबर का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. जांच चल रही है."
याद दिला दें कि केंद्रीय मंत्री को इस साल की शुरुआत में भी धमकी दी गई थी. उनके नागपुर कार्यालय को इस साल की शुरुआत में दो अलग-अलग मौकों पर इस तरह की धमकी भरे कॉल मिले थे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम मामले की जांच के लिए 9 मई को नागपुर गई थी. पुलिस ने कहा था कि कॉल कथित तौर पर एक हत्या के दोषी जयेश पुजारी उर्फ कांथा द्वारा की गई थी. जिसे कर्नाटक के बेलगावी में एक जेल से गिरफ्तार किया गया था और आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था.
(एजेंसी इनपुट के साथ)