PM Modi Attacks Opposition: पीएम मोदी ने गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर हल्ला बोला. पीएम मोदी ने कहा, विपक्ष के लोगों को एक रहस्यमयी वरदान मिला हुआ है कि जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा. ऐसा ही एक उदाहरण आपके सामने खड़ा है. 20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ पर भला ही होता चला गया. 


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उन्होंने कहा, जब हम यह दावा करते हैं कि हम अपनी तीसरी अवधि में देश को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाएंगे तो एक ज़िम्मेदार विपक्ष का काम क्या होता? वह सवाल पूछता कि 'निर्मला जी, मोदी जी आप यह कैसे करेंगे?' यह भी मुझे सिखाना पड़ रहा है. यह लोग चुनाव में जनता के बीच कहते कि हम पहले नंबर पर लाएंगे. हमारे विपक्ष की यह त्रासदी है. यह लोग अनुभवहीनता की बातें करते हैं. यह कहते हैं कि यह सब वैसी ही होने वाला है.



'जिसे गाली दें, उस पर दांव लगा दो'


पीएम मोदी ने आगे कहा, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने अपना अब तक का सबसे अधिक रेवेन्यू दर्ज किया. उनके (विपक्ष के) आरोपों के बावजूद एचएएल देश का गौरव बनकर उभरा है. उन्होंने (विपक्ष) एलआईसी के बारे में कई बातें कही कि गरीबों का पैसा डूब जाएगा लेकिन आज एलआईसी मजबूत हो रही है, शेयर मार्केट वाले लोगों के लिए ये मंत्र है कि जिस भी सरकारी कंपनी को ये लोग गाली दें, उस पर दांव लगा दो अच्छा ही होने वाला है.'


'यूपीए का अंतिम संस्कार कर दिया'


पीएम मोदी ने कहा, मैं विपक्ष के साथियों के प्रति संवेदना जताना चाहता हूं.कुछ ही दिन पहले बेंगलुरु में आपने मिल-जुलकर करीब 1.5-2 दशक पुराने UPA का क्रिया कर्म किया है, उसका अंतिम संस्कार किया है. लोकतांत्रिक व्यवहार की मुताबिक मुझे आप लोगों को सहानुभूति व्यक्त करनी चाहिए थी.


विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, इनको (विपक्ष) भारत के सामर्थ्य पर विश्वास नहीं है. इनको भारत के लोगों पर विश्वास नहीं है. लेकिन इस सदन को बताना चाहता हूं कि इस देश का भी, भारत के लोगों का कांग्रेस के प्रति अविश्वास का भाव बहुत गहरा है. कांग्रेस अपने घमंड में इतनी चूर हो गई है कि उसे ज़मीन नहीं दिखाई दे रही है.


'लाल मिर्च-हरी मिर्च का अंतर नहीं मालूम'


पीएम ने कहा, मैंने संवेदना व्यक्त नहीं की क्योंकि आप लोग जश्न मना रहे थे. जश्न क्यों मना रहे थे क्योंकि आप लोग खंडहर पर प्लास्टर लगा रहे थे. दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को EV दिखाने के लिए कितना बड़ा मजबा लगाया था. आप (विपक्ष) जिसके पीछे चल रहे हैं उनको इस देश की जुबान, इस देश के संस्कार की समझ नहीं है. पीढ़ी दर पीढ़ी यह लोग लाल और हरी मिर्च में अंतर नहीं समझ पाए.