Nonvej allowed in school lunch box yes or no: स्कूल के टिफिन यानी बच्चों के लंच बॉक्स में आप 'नॉन-वेज' भेज सकते हैं या नहीं? ये सवाल एवरग्रीन है, जो हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है. हालांकि इसका जवाब लोग अपनी-अपनी रुचि और खान-पान के हिसाब से दे सकते हैं. लेकिन सोशल मीडिया के इस युग में राई का पहाड़ और तिल का ताड़ कब बन जाए कोई नहीं जानता? इसलिए स्कूल टिफिन में क्या दे सकते हैं और क्या नहीं इस बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है. नोएडा के एक नामी स्कूल ने छात्रों के लंच बॉक्स में बच्चों को ‘मांसाहारी भोजन’ (नॉनवेज) के लिए एक मैसेज भेजा तो विवाद खड़ा हो गया. बात निकली तो दूर तक गई. ऐसे में बहस छिड़ने के बाद स्कूल मैनेजमेंट ने अपने सर्कुलर और संदेश का बचाव करते हुए कहा कि पैरेंट्स तक पहुंचा संदेश सिर्फ एक अनुरोध है. जिसे मानने के लिए हमने कोई दबाव नहीं डाला है. नोएडा के सेक्टर-132 स्थित ‘दिल्ली पब्लिक स्कूल’ ने बुधवार को अभिभावकों को व्हॉट्सऐप के जरिए संदेश भेजा जिसमें कहा गया कि वे बच्चों को दोपहर के भोजन में मांसाहारी खाना न भेजें. 


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वाट्सएप मैसेज में क्या लिखा था?


स्कूल के संदेश में कहा गया है, ‘जब दोपहर के भोजन के लिए सुबह मांसाहारी भोजन पकाया जाता है तो उसके खराब होने की संभावना रहती है. यह हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है. स्कूल, छात्रों की विविधता और समावेशिता को महत्व देता है. ऐसे में सभी छात्र अपने भोजन की प्राथमिकथाओं की परवाह किए बिना एक साथ बैठकर भोजन कर सकें, इसके लिए हम शाकाहारी वातावरण मुहैया कराने पर ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि सभी सहज महसूस कर सकें.’ 


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इस मुद्दे पर बहस छिड़ने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रीति चौहान ने कहा, ‘यह सिर्फ अनुरोध है.’ इस मैसेज पर किसी भी तरह की बहस या विवाद करने की जरूरत नहीं है.


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(इनपुट- एजेंसी)