Train Accident:  ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद दुर्घटना ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई. इस बात की जानकारी मीडिया को देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भावुक नजर आए. उन्होंने कहा, 'अब तक 3 गाड़ियां जा चुकी हैं और रात में करीब 7 गाड़ियां के जाने की योजना बनाई है.' उन्होंने रोते हुए कहा, 'हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लापता लोगों के परिवार के सदस्य जल्द से जल्दी अपने परिजनों से मिल सकें. उन्हें जल्द से जल्द खोजा जा सके. हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है.'


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बता दें इस हादसे के रेलमंत्री विपक्ष के निशाने पर हैं. कांग्रेस ने ओडिशा रेल हादसे को लेकर रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की और आरोप लगाया कि उनका ‘प्रचार पाने का हथकंडा’ भारतीय रेलवे की ‘गंभीर कमियों, आपराधिक लापरवाही और सुरक्षा की पूर्ण उपेक्षा’पर भारी पड़ गया. 


 



विपक्षी दल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने भारतीय रेलवे और लोगों के बीच जो ‘अव्यवस्था’ पैदा की है, उसकी उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए.


कांग्रेस नेता एवं सांसद शक्तिसिंह गोहिल और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रचार एवं मीडिया विभाग प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि ओडिशा रेल हादसा ‘‘एक मानवनिर्मित त्रासदी’’ है, जो ‘‘घोर लापरवाही, प्रणाली में गंभीर कमियों, अक्षमता और मोदी (के नेतृत्व वाली) सरकार की ‘सब कुछ पता होने’ की अहंकारी आत्ममुग्धता’’ का नतीजा है.


खेड़ा ने कहा कि दोषियों को सजा देने की घोषणा करने करने वाले प्रधानमंत्री मोदी को इसकी शुरुआत रेल मंत्री से करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हम स्पष्ट रूप से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग करते हैं. इससे कम कुछ नहीं.’


हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई
बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस शुक्रवार शाम करीब सात बजे एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे इसके (कोरोमंडल एक्सप्रेस के) अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए. कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे उसी समय वहां से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ पिछले डिब्बों पर पलट गए. इस हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई है और 1,100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.