Bihar में गजब चमत्कार! Sonpur से बहकर Mokama पहुंच गई महिला, आखिर कैसे?
जाको राखे साइयां. मार सके ना कोय. जब तक ईश्वर नहीं चाहेगा, तब तक मौत भी आपको छू नहीं सकती. एक पत्ता भी उसकी मर्जी के बगैर नहीं हिलता है. ये तमाम बातें बिहार के मोकामा में सच साबित हुईं. जहां एक महिला, जो तैरना नहीं जानती.
Miracle in Bihar: जाको राखे साइयां. मार सके ना कोय. जब तक ईश्वर नहीं चाहेगा, तब तक मौत भी आपको छू नहीं सकती. एक पत्ता भी उसकी मर्जी के बगैर नहीं हिलता है. ये तमाम बातें बिहार के मोकामा में सच साबित हुईं. जहां एक महिला, जो तैरना नहीं जानती. गंगा नदी में 95 किलोमीटर बहकर भी जिंदा बच गई. नदी से निकाल कर जिस महिला को बाहर लाया जा रहा है. उनका नाम है प्रमिला देवी. प्रमिला अपने पति के साथ नवरात्रि में स्नान के लिए गंगा घाट गई थीं. लेकिन गंगा की तेज धार में अचानक दोनों बह गए.
पत्नी बच गईं-पति लापता
प्रमिला के पति की तो कोई जानकारी नहीं मिली. लेकिन प्रमिला देवी को बचा लिया गया. आश्चर्य है कि प्रमिला तैरना भी नहीं जानती. और नदी में 95 किलोमीटर तक बहती रहीं. मोकामा थाना के मेकरा गांव के पास जब लोगों ने उनकी चीख सुनी. तो नाव की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया. आसपास के लोगों को जब प्रमिला की इस हादसे की पूरी जानकारी मिली तो आसपास के लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए.
पहले आईसीयू में थीं अब ठीक
चमत्कार ही कहेंगे कि मां गंगा की गोद में जीत गई जिंदगी. क्योंकि पहले तो उनकी हालत खराब थी. लेकिन डॉक्टरों के सही इलाज और भगवान की कृपा से प्रमिला अब पूरी तरह से ठीक हैं.