Opposition March: उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ लगभग विपक्षी दलों का रुख खासा आक्रामक हो गया है. जहां एक और 18 विपक्षी दलों ने ईडी को ज्ञापन भेजा है. वहीं वुधवार को संसद भवन से ईडी दफ्तर तक मार्च निकाला  है. विपक्षी दलों ने जांच एजेंसी को एक ज्ञापन सौंपने का निर्णय किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विपक्षी ने दलों के ज्ञापन में कहा गया है, ‘अडानी ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने ऑफशोर शेल कंपनियों का एक नेटवर्क स्थापित किया जिसे अडानी ग्रुप की अलग-अलग पार्टी के ज़रिए कंट्रोल किया जाता था ताकि स्टॉक वैल्यूएशन को आर्टिफिशियली बढ़ाया जाए और कंपनी की आर्थिक तस्वीर को बिगड़ा हुआ दिखाया जा सके.’


गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी पर भी है आरोप
विपक्षी दलों के ज्ञापन के मुताबिक गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी और उनके एसोसिएट पर भी इस नेटवर्क को स्थापित करने का आरोप है. AdiCorp नाम की कंपनी को काफी तादाद में पैसा दिया गया जिसके फाइनेंसियल दस्तावेज इस राशि की तस्दीक नहीं करते हैं.


विपक्षी दलों ने की बैठक
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन परिसर में स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की.


विपक्ष की मांग संयुक्त संसदीय समिति का गठन हो
अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए.


हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए गंभीर आरोप
गौरतलब है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे. अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है.


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com- सबसे पहले, सबसे आगे