चेन्नई: तमिलनाडु सरकार ने राज्य का दौरा कर रहे केंद्रीय दल से कहा है कि वह पिछले दिनों हुयी भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का गहन आकलन करे और अपनी रिपोर्ट शीघ्र सौंपे ताकि बिना किसी देरी के वित्तीय सहायता जारी की जा सके। मुख्यमंत्री जे जयललिता ने कहा कि राज्य में पूरे उत्तर-पूर्व मानसून के दौरान होने वाली बारिश से ज्यादा बारिश पहले ही हो चुकी है। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव टीवीएसएन प्रसाद की अगुवाई वाली अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बुनियादी ढांचा को फिर से दुरूस्त किए जाने के लिए जरूरी कोष ‘राज्य के पास उपलब्ध संसाधनों से काफी ज्यादा हैं।’


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 उन्होंने कहा, ‘इसलिए, मैं केंद्रीय टीम से राज्य को हुए नुकसान का गहन आकलन करने तथा गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट जल्द सौंपने का अनुरोध करती हूं। इससे भारत सरकार बिना किसी देरी के केंद्रीय वित्तीय सहायता जारी कर सकेगी।’ केंद्रीय टीम ने यहां सचिवालय में जयललिता से मुलाकात की। केंद्र सरकार ने कल यह टीम भेजी थी। टीम भेजने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए जयललिता ने कहा कि सदस्य संपत्ति को हुए भारी नुकसान को साफ साफ देख सकते हैं। उन्होंने इस क्रम में रिहायशी इकाइयों, फसलों, सड़कों, पुलों आदि को हुए नुकसान का जिक्र किया।



प्रधानमंत्री ने 23 नवंबर को तमिलनाडु में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 939.63 करोड़ रूपए की वित्तीय सहायता तत्काल जारी करने का निर्देश दिया था। तमिलनाडु सरकार ने 8481 करोड़ रूपए का नुकसान होने की बात की है। केंद्रीय टीम आज से तीन दिनों तक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी और स्थिति का आकलन करेगी।