पद्मावती: `सिर काटने के लिए किसी ने रखा 10 लाख तो किसी ने रखा 10 करोड़ का इनाम`, जानें किसने क्या कहा
कुछ लोगों ने दीपिका और फिल्म के निर्माता-निर्देशक भंसाली का सिर काटने के लिए इनाम की घोषणा कर दी. यह पहला मौका नहीं है जब `इनामवीर` सामने आए हों और मीडिया में सुर्खियां बटोरी हों.
नई दिल्ली : 'पद्मावती' फिल्म को विवाद जारी है. कई संगठन फिल्म का विरोध कर रहे हैं. फिल्म निर्माताओं ने भी फिल्म की रिलीज टाल दी है. हालांकि विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. उधर, कई संगठन के नेताओं ने विवादित बयानबाजी करके विवाद को और बढ़ा दिया है. कुछ लोगों ने दीपिका और फिल्म के निर्माता-निर्देशक भंसाली का सिर काटने के लिए इनाम की घोषणा कर दी. यह पहला मौका नहीं है जब 'इनामवीर' सामने आए हों और मीडिया में सुर्खियां बटोरी हों. आइये ऐसे नेताओं या पदाधिकारियों पर नजर डाल लेते हैं जिन्होंने विवाद को बढ़ाने के लिए 10 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपये तक के इनाम की घोषणा कर दी.
नाम: सूरज पाल अम्मू
संगठन: हरियाणा भाजपा मीडिया समन्वयक
चर्चा में आने की वजह: हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सूरज पाल अम्मू ने पिछले रविवार को एक धमकी भरा बयान दे डाला. अम्मू ने कहा कि हम दीपिका पादुकोण या भंसाली का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये देंगे और उसके परिवार की देखरेख भी करेंगे. इतना ही नहीं, अम्मू ने मेरठ के उस शख्स की तारीफ की जिसने दीपिका पादुकोण का सर काटने वाले को 5 करोड़ रुपय देने की घोषणा की थी. उन्होंने फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाने वाले रणवीर सिंह को धमकी देते हुए कहा, "अगर तुमने अपने शब्द वापस नहीं लिए तो तेरी टांगों को तोड़कर तेरे हाथ में रख देंगे."
अम्मू ने कहा, "मैं मेरठ के उस युवक को बधाई देना चाहता हूं जिसने दीपिका, भंसाली का सिर काटने वाले को 5 करोड़ रुपये देने की बात कही थी. हम दोनों में से किसी का सिर काटने वाले को 10 करोडं देंगे और उ सके परिवार की जरूरतें पूरी करेंगे." हालांकि, बीजीपे ने उनके बयान से किनारा काट लिया है. उधर, हरियाणा भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
नाम: ठाकुर अभिषेक सोम
संगठन: उत्तर प्रदेश क्षत्रिय समाज
चर्चा में आने की वजह: उत्तर प्रदेश के क्षत्रिय समाज से जुड़े ठाकुर अभिषेक सोम ने दीपिका और फिल्म निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की गर्दन काटने वाले को 5 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. समाजवादी पार्टी से जुड़े अभिषेक ने देश छोड़ने या गर्दन काटने की धमकी दी थी. हालांकि बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन पर कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया था. सोम ने कहा था, "दीपिका ने इस भूमिका को निभाकर राजपूत महिलाओं का अपमान किया है. कोई भी राजपूत महिला सार्वजनिक रूप से नृत्य नहीं करती. निर्देशक संजय लीला भंसाली को देश के राजपूत समाज के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है. उन्हें दंडित किया जाना चाहिए."
नाम: भुवनेश्वर सिंह
संगठन: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष
चर्चा में आने की वजह: पद्मावती विवाद के बीच हाल ही में बरेली में संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का पुतला जलाए जाने के बाद अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष भुवनेश्वर सिंह ने घोषणा की थी कि यदि कोई दीपिका पादुकोण को जौहर कराता है तो उसे एक करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा. भुवनेश्वर सिंह ने कहा था कि वे दीपिका पादुकोण को यह अहसास कराना चाहते हैं कि जब रानी पद्मावती ने अपने राजवंश के लिए जौहर किया था तो कैसा लगा था. इसके बाद दीपिका पद्मावती का रियल कैरेक्टर जानेंगी.
नाम: कुंदन चंद्रावत
संगठन: आरएसएस
चर्चा में आने की वजह: केरल में 'बढ़ती हिंसक घटनाओं' को लेकर मार्च में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के पूर्व प्रचार प्रमुख डॉ कुंदन चंद्रावत ने जन अधिकार समिति की ओर से उज्जैन में आयोजित धरना-प्रदर्शन में कहा था, "हिंदुओं के खून में शिवाजी जैसा जज्बा नहीं रहा. मैं घोषणा करता हूं कि जो भी व्यक्ति केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएगा, उसे मैं अपना एक करोड़ रुपये का मकान इनाम में दूंगा." चंद्रावत के इस बयान के बाद संघ की खूब किरकिरी हुई थी, जिस पर तमाम पदाधिकारियों ने डॉ. चंद्रावत के बयान को निजी राय करार देते हुए यहां तक कहा कि यह संघ की भाषा नहीं है. डॉ. चंद्रावत के बयान पर बढ़ते विवाद के मद्देनजर संघ ने शुक्रवार को उन्हें तमाम दायित्वों से मुक्त कर दिया था. बाद में पुलिस ने चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था.
नाम: सैयद शाह आतेफ अली कादरी
संगठन: पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष
चर्चा में आने की वजह: इसी साल मार्च में अज़ान को लेकर बॉलीवुड के मशहूर सिंगर सोनू निगम ने कुछ ट्वीट किए थे. सोनू के इन ट्वीट के बाद देश में काफी बवाल मच गया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक नई बहस शुरू हो गई थी. कुछ लोगों ने इस मामले में सोनू का विरोध किया तो कुछ लोगों ने सोनू का साथ दिया. अजान विवाद के बाद पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष सैयद