जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के बीच पाकिस्तान की नापाक हरकत, BSF ने दिया करारा जवाब
Jammu & Kashmir: पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए बुधवार तड़के गोलीबारी की. यह सब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया के बीच हुआ.
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनावों के बीच पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर नापाक हरकत सामने आई है. 11 सितंबर 2024 की तड़के करीब 02:35 बजे अखनूर के कानाचक इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए भारी गोलीबारी की गई. बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवानों ने इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया. इस गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल घायल जवान की हालत स्थिर बताई जा रही है.
पाकिस्तान की इन गतिविधियों के बावजूद बीएसएफ और सेना के जवान हर बार सतर्कता से जवाब देते हुए दुश्मन की हर चाल को नाकाम कर रहे हैं. सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए सेना और बीएसएफ के जवान चौबीसों घंटे मुस्तैद रहते हैं, खासकर ऐसे संवेदनशील समय में जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.
घटनास्थल पर हाई अलर्ट, जवान पूरी तरह सतर्क
घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. बीएसएफ के अधिकारी और जवान उच्चतम स्तर की सतर्कता बरत रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की और घुसपैठ या हमला रोका जा सके. सेना के अधिकारियों के अनुसार, सीमा की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और जवान पूरी तरह से तैयार हैं.
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फरवरी 2021 से संघर्षविराम, फिर भी लगातार हो रही गोलीबारी
गौरतलब है कि फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौता हुआ था, जिसके बाद सीमाओं पर अपेक्षाकृत शांति बनी रही. लेकिन पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन बढ़ा है. समय-समय पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे की गोलीबारी की जा रही है.
पिछले कुछ बड़े संघर्षविराम उल्लंघन
14 फरवरी 2024: आरएस पुरा सेक्टर, जम्मू
09 नवंबर 2023: रामगढ़ सेक्टर, सांबा
27 अक्टूबर 2023: अरनिया सेक्टर, जम्मू
सीमा पर तनावपूर्ण माहौल, चुनाव प्रक्रिया पर नजर
विधानसभा चुनावों के बीच पाकिस्तान की इस हरकत को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में इस तरह की घटनाएं चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए की जा सकती हैं. भारतीय सुरक्षा बल इस स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं, ताकि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके.