नई दिल्ली: एनआईए ने जिंदा पकड़े गए पाकिस्तान के लश्कर आतंकी बहादुर अली से पूछताछ के आधार पर कश्मीर में पाकिस्तान की नापाक चाल का खुलासा किया है। एनआईए ने बताया कि बहादुर अली पीओके में स्थित कंट्रोल सेंटर से अपने आकाओं के संपर्क में था, जहां से उसे निर्देश दिया जाता था। कश्मीर में पकड़े गए लश्कर आतंकी बहादुर अली ने आज कबूल किया कि उसे पाकिस्तान से ट्रेनिंग देकर जेहाद के लिए भारत भेजा गया था। बुधवार को एनएआई ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बहादुर के कबूलनामे वाला वीडियो दिखाया जिसमें वह कह रहा है कि कैसे उसे ट्रेनिंग देकर कश्मीर भेजा गया।


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बहादुर ने कबूलनामे में कहा कि मेरा नाम बहादुर अली है। मैं पाकिस्तान के रायविंड का रहनेवाला हूं। जमात उद दावा ने मुझे मुजफ्फराबाद में ट्रेनिंग दिलाई और कश्मीर भेजा। पाकिस्तान फौज के लोगों ने मुझे ट्रेनिंग दी। कंपास, गूगल मैप से मुझे ठिकाने की जानकारी दी गई। 2014 में मुझे ट्रेनिंग दी गई। बहादुर अली से पूछताछ के आधार पर एनआईए ने कई ऐसे खुलासे किए जिनसे भारत में आतंकवाद फैलाने के पीछे पाकिस्तान के हाथ होने बात सामने आई। बहादुर अली ने यह भी बताया कि लश्कर ने उसे कश्मीर के ताजा हालात का फायदा उठाने को कहा था। उसे उकसाया गया और कहा गया कि वह कश्मीर के तनाव का लाभ उठाए और दंगे-फसाद करे।


आतंकी बहादुर अली ने कहा कि उससे यह बताया गया कि भारत की सेना मुस्लिमों पर जुल्म करती है। उसने कहा ' उसकी दूसरी ट्रेनिंग मुजफ्फराबाद में हुई थी। मुझे बुरहान वानी के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा गया। प्रदर्शन के दौरान मुझे दंगा करने के लिए कहा गया। मुझसे कहा गया कि दंगा-फसाद करके मैं माहौल खराब करूं। बहादुर अली ने अपने कबूलनामे में कहा- 'मुझसे यह कहा गया कि हमारा एक साथी बुरहान मारा गया है। उसके विरोध- प्रदर्शन में शामिल होना है। मुझे बताया गया कि अबू कासिम को भारतीय सेना ने मारा। मुझे भारत में घुसपैठ के लिए जीपीएस और कंपास दिए गए। फिर हैदर नामक शख्स की मदद से मैंने भारत में घुसपैठ की। मुझे भारतीय सेना से संबंधित कई वीडियो दिखाए गए।'


गौर हो कि आतंकी बहादुर अली इसी साल जुलाई के महीने में कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास नौगाम सेक्टर में हुई मुठभेड़ में जिंदा पकड़ा गया था। कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास नौगाम सेक्टर में हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया था और एक आतंकी बहादुर अली को जिंदा पकड़ लिया था। इस आतंकी ने पकड़े जाने के बाद कबूल किया था कि वो पाकिस्तान का रहने वाला है।