नई दिल्ली: कश्मीर में आतंकवादियों के सफाए से परेशान पाकिस्तान सुरक्षा बलों पर जबरदस्त हमले कर इसे जिंदा करना चाहता है. हिजबुल मुजाहिदीन, लश्क-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की कमर टूटने के बाद आईएसआई ने नया आतंकवादी गिरोह THE RESISTANCE FRONT यानी TRF लॉन्च किया है. किसी बड़े हमले के जरिए आईएसआई टीआरएफ को कश्मीर में आतंकवाद के नए चेहरे के तौर पर स्थापित करना चाहती है.


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इस समय भारत, चीन के साथ सीमा विवाद में उलझा हुआ है इसलिए पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत कोई बड़ी जवाबी कार्रवाई करने की हालत में नहीं होगी. भारत की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई की आशंका जताने वाले इमरान खान के कई बयान इस बड़ी साजिश को पुख्ता करते हैं. सेना ने इमरान खान से ऐसे बयान इसलिए दिलवाए ताकि बाद में ,'मैंने तो पहले ही कहा था,' को बल मिल सके.


आईएसआई और पाकिस्तानी सेना की स्पेशल फोर्स यानी एसएसजी द्वारा आतंकवादियों को ट्रेंड करने के जो खुफिया संकेत मिल रहे हैं वो साफ करते हैं कि अब बहुत अच्छे से ट्रेंड आतंकवादियों के जरिए बड़ा हमला करने की तैयारी की जा रही है.


बुधवार की रात 40 किलो से ज्यादा विस्फोटकों से लदी कार पाकिस्तान की इस खतरनाक साजिश पर अमल करने निकली थी. इस कार का असर सुरक्षा बलों को ले जाती किसी गाड़ी या कैंप पर कितना भयानक होता ये गुरुवार को बम को नियंत्रित तरीके से उड़ाने के वीडियो से समझ में आता है. यानी दोबारा 2019 का पुलवामा दोहराया जाता और बड़ी तादाद में सुरक्षा कर्मियों की जान चली जाती. 


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इससे पहले 13 मई को बडगाम में एक और कार ने दो नाके तोड़े और ड्राइवर ने सीआरपीएफ के जवान की चेतावनी को अनसुना कर रॉन्ग साइड से कार निकालने की कोशिश की. जवान की गोलाबारी में एक युवक मारा गया. अब एजेंसियां मानती हैं कि ये एक ड्राई रन था ताकि सड़क पर सुरक्षा कर्मियों की चौकसी और जवाबी कार्रवाई को परखा जा सके. 


एलओसी के पार 400 से 500 आतंकवादी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं और पहाड़ों पर बर्फ पिघलने से रास्ते खुल चुके हैं. बुधवार को ही आई एक पक्की खुफिया खबर के मुताबिक आईईडी के एक्सपर्ट 4-5 आतंकवादी सुरक्षा बलों के काफिलों पर विस्फोटक भरी गाड़ियों के जरिए हमला करने की तैयारी में हैं. ये आतंकवादी श्रीनगर के पंथा चौक, सोपोर के टाउन हॉल, सोपोर-कुपवाड़ा बाईपास, बारामुला हाईवे या हंडवारा-बारामुला रोड के नाके पर काफिलों से गाड़ियां टकरा सकते हैं. यानी हर वो सड़क जहां से सुरक्षा बलों के काफिले निकलते हैं आतंकवादियों के निशाने पर हैं. 


एक और महत्वपूर्ण खुफिया खबर है कि अफगानिस्तान के जलालबाद में एसएसजी के ट्रेनर 20 तालिबान आतंकवादियों के एक गिरोह को ट्रेंड कर रहे हैं. इन्हें कश्मीर में आतंकवादी कार्रवाइयों के लिए तैयार किया जा रहा है. यानी अगले कुछ दिन भारतीय सेना को चीन और पाकिस्तान दोनों मोर्चों पर नई कार्रवाइयों के लिए तैयार रहना पड़ेगा.


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