पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी ने संयुक्त राष्ट्र की आमसभा में कश्मीर मुद्दे को छेड़ते हुए भारत पर गंभीर आरोप लगाए. शाहिद अब्बासी ने भारत पर कश्मीरियों पर अत्याचार करने,  पाकिस्तान में आतंकी भेजने और संयुक्त राष्ट्र के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया. इसके जवाब में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर जिन शब्दों से पलटवार किया उसकी दुनिया भर में तारीफ हो रही है. सुषमा ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से पाकिस्तान को आभास कराने की कोशिश की कि उसने आतंकवाद को बढ़ावा देकर खुद का और मानव जाति का कितना बड़ा नुकसान किया है. सुषमा ने बताया कि एक साथ आजाद होने के बाद भी पाकिस्तान ने जहां हिंसा और आतंकवाद का रास्ता चुना तो भारत ने विकास और तरक्की पर ध्यान दिया. नीचे पढ़ें दोनों नेताओं के वार और पलटवार की पूरी कहानी.


पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी  भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 
साल 2017 में भारत जनवरी से 600 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है, वहीं पाकिस्तान लगातार संयम बरते हुए है. विरोध को कुचलने के लिए कश्मीर में भारत ने 7 लाख सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं. धमकी भरे लहजे में पाक पीएम ने कहा, 'यदि भारत ने सीमा पर गोलीबारी बंद नहीं की तो पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ेगी.' सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत ने आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थान बनाए जबकि पाकिस्तान ने एलईटी, जेईएम, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी गुट तैयार किए.
कश्मीर का मुद्दा सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र को आगे आना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र कश्मीर में एक विशेष दूत तैनात करे. भारत कश्मीर में बलपूर्वक यहां के स्थानीय लोगों पर अत्याचार कर रहा है, उन्हें कुचला जा रहा है. स्वराज ने पाक प्रधानमंत्री खाकान अब्बासी को निशाने पर लेते हुए कहा, जो मुल्क हैवानियत की हदें पार करके बेगुनाहों को मौत के घाट उतरवाया है, वो यहां हमें इंसानियत का सबक सिखा रहा था.
पाकिस्तान में भारत आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. जानबूझकर पाकिस्तान में भारत आतंकी गतिविधियों को चला रहा है.  पाकिस्तान हमारा आतंकवाद, तुम्हारा आतंकवाद करना कब बंद करेगा. वह कब समझेगा कि आतंकवाद कभी भी किसी के लिए अच्छा नहीं हो सकता. जब तक हम एकजुट होकर आतंकवाद से नहीं लड़ेंगे तब तक इसका खात्मा नहीं कर पाएंगे.
20 मिनट के भाषण में पाक पीएम शाहिद अब्बासी ने करीब चार मिनट तक कश्मीर पर बोला. 17 बार कश्मीर का जिक्र किया और 14 बार भारत का जिक्र किया.  सुषमा ने कहा: हमने स्कॉलर, डॉक्टर्स, इंजीनियर पैदा किए और आपने क्या किया? आपने आतंकवादी पैदा किए. डॉक्टर्स लोगों की जान बचाते हैं और आतंकी उन्हें मौत की ओर धकेलते हैं.
कहा कि पाकिस्तान बनने के पहले दिन से ही इसे अपने पड़ोसी से लगतार दुश्मनी का सामना करना पड़ रहा है.  आपका (पाकिस्तान का) जिहादी संगठन केवल भारत के लोगों को नहीं मार रहा वो हमारे पड़ोसी बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों को भी मार रहा है. हम तो वसुधैव कुटुम्बकम को मानते हैं, हमारे लिए पूरी दुनिया एक है.
अब्बासी ने आरोप लगाया, 'भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने से इनकार करता है.  UNGA के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी देश ने शाम को 'जवाब देने का अधिकार' (Right To Reply) मांगा हो और एकसाथ उसे तीन देशों को जवाब देना पड़ा हो. ये अकेला तथ्य पाकिस्तान की करतूत को दर्शाता है.
अब्बासी बोले, जम्मू-कश्मीर के लोगों को जनमत संग्रह के जरिए अपने भाग्य का फैसला करने का अधिकार है. सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने जो पैसा आतंकवाद पर खर्च किया, अगर अपने विकास पर खर्च करता तो आज दुनिया अधिक सुरक्षित और बेहतर होती.
पाक पीएम अब्बासी बोले,  'कश्मीर मुद्दे को न्यायसंगत, शांतिपूर्ण और तेजी से निपटाना चाहिए. भारत पाकिस्तान से शांतिपूर्ण बातचीत को तैयार नहीं है. ऐसे में यूएन को कश्मीर में एक विशेष दूत तैनात करना चाहिए.'  सुषमा स्वराज ने कहा, पाक सोचे कि हम साथ आजाद हुए थे और आज वो कहां है और हम कहां हैं.
कश्मीर में भारतीय सेना ने पैलेट गन का इस्तेमाल कर हजारों कश्मीरियों और उनके बच्चों को अंधा कर दिया है. 'विश्व आतंकवाद और साइबर सुरक्षा पर खतरे से जूझ रहा है. विश्व गरीबी, भूखमरी और पर्यावरण संकट की समस्या से जूझ रहा है. हम गरीबी से लड़ रहे हैं लेकिन हमारा पड़ोसी मुल्क आतंकवाद से लड़ रहा है.'
शाहिद अब्बासी ने कहा, भारत लगातार पाकिस्तान को परेशान कर रहा है, ऐसे में संयुक्त राष्ट्र की दखल जरूरी है. 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था कि जिन्ना ने पाकिस्तान को शांति और दोस्ती की नीति विरासत में दी थी. यह तो इतिहास जानता है कि जिन्ना ने कैसी विरासत दी थी, लेकिन मैं याद दिलाना चाहती हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और दोस्ती की नीयत जरूर दिखाई थी. कहानी बदरंग किसने की, अब्बासी साहब इसका जवाब दें.'

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