Pakistan Afghanistan Tension: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. दोनों ही देश एक-दूसरे पर हमले कर चुके हैं. हाल ही में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में एयर स्ट्राइक की. जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 46 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तान की इस हरकत पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने अफगान नागरिकों पर एयर स्ट्राइक की मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं. इस एयर स्ट्राइक में महिलाओं और बच्चों समेत कई निर्दोष लोगों की जान गई है.


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पाकिस्तान के हमलों की कड़ी निंदा


जायसवाल ने पाकिस्तान के हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमने अफगान नागरिकों पर हवाई हमलों की मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं. जिनमें महिलाओं और बच्चों सहित कई निर्दोष लोगों की जान गई है. हम किसी भी निर्दोष नागरिक पर हमले की कड़ी निंदा करते हैं. यह पाकिस्तान की पुरानी आदत है कि वह अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए पड़ोसी देशों को दोषी ठहराता है. हमने इस मामले पर अफगान प्रवक्ता की प्रतिक्रिया को भी नोट किया है.



46 निर्दोष लोगों की मौत


पाकिस्तान ने 24 दिसंबर की रात अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के बर्मल जिले में हवाई हमले किए. इन हमलों में कम से कम 46 लोग मारे गए. जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल थे. तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि हमलों में छह अन्य लोग घायल हुए, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं. हमले से सात गांव प्रभावित हुए. जिनमें लामन गांव को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. यहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जान चली गई. इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है.


सीमा पर तनाव और झड़पें


हमलों के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया. पाकिस्तान के एक अर्धसैनिक जवान की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए. यह घटना तब हुई जब सैकड़ों अफगान नागरिकों ने पाकिस्तान के हवाई हमलों के खिलाफ प्रदर्शन किया. दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि सीमा पर भारी हथियारों के साथ झड़पें हुईं. यह झड़पें पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत के बीच सीमा पर हुईं.


भारत ने जताई संवेदना


भारत ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है. यह पाकिस्तान की आंतरिक विफलताओं का प्रमाण है कि वह अपने पड़ोसी देशों पर दोष मढ़ता है. यह घटना न केवल अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव को उजागर करती है. बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस पर ध्यान देने की जरूरत है. महिलाओं और बच्चों की मौत से मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ है.