पालघर: पालघर में साधुओं की हत्या के मामले (Palghar Mob Lynching Case) में महाराष्ट्र गृह मंत्रालय ने 101 आरोपियों की सूची जारी की है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने कहा है कि आरोपियों में कोई भी मुस्लिम नहीं है. 16 अप्रैल को दो साधुओं समेत तीन लोगों की हत्या मामले की जांच अब CID को सौंप दी गई है. 


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पालघर की घटना पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने कहा कि CID ​​के एक विशेष IG स्तर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस ने अपराध के 8 घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया. हम आज व्हाट्सएप के जरिए आरोपियों के नाम जारी कर रहे हैं. उस सूची में कोई मुस्लिम नहीं है. 


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उन्होंने साफ किया कि वीडियो में एक आवाज सुनाई दी है 'ओये बास', लोगों ने इसे ऑनलाइन प्रसारित किया और कुछ लोगों ने इसे 'शोएब बस' कहा. सभी राज्य तंत्र महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की. 



उधर, पालघर में हुई इस दिलदहला देने वाली घटना के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने महाराष्ट्र पुलिस के डीजीपी को नोटिस भेजकर 4 हफ्ते के भीतर घटना की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. क्या कार्रवाई की गई, और कितनी सहायता की गई, इसे लेकर भी जानकारी मांगी गई है. 



आपको बता दें कि इससे पहले उद्धव ठाकरे भी कह चुके हैं कि इस मामले को मजहबी रंग देने की कोशिश न करें. गलतफहमी में साधुओं पर हमला हुआ. ठाकरे ने सोमवार को कहा कि जो लोग भी इस पूरे मामले में गलतफहमी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा न करें. उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना को लेकर मेरी गृहमंत्री अमित शाह से बात हुई है. इस मामले पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी बात हुई है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि गृहमंत्री ने मुझपर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आप कोरोना से लड़ रहे हैं उसी तरह गुंडों से लड़िए.