Pappu Yadav: मरेंगे हम तो चिंता आपको क्यों हो रही है? लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी से जुड़े सवालों को पप्पू यादव ने कैसे टाला
Pappu Yadav Threat Update: पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने ज़ी न्यूज से सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जान से मारने की धमकी मामले में जुड़े सवालों को सफाई से टालने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उन्होंने अन्य घटनाओं की तरह महज एक ट्वीट भर किया था.
Pappu Yadav Super Exclusive Interview: बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बुधवार को ज़ी न्यूज के साथ सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से मिल रही धमकियों से जुड़े सवालों को घूमा-फिराकर टाल दिया. उन्होंने सीधे कहा, 'मरेंगे हम तो आपको चिंता क्यों हो रही है?' हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद अन्य घटनाओं की तरह महज एक ट्वीट किया था.
लॉरेंस बिश्नोई के सवालों को लेकर पप्पू यादव का सीधे सिस्टम पर निशाना
पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े सवालों पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कनाडा सरकार के हालिया बयानों का हवाला देते हुए कहा कि कोई गैंगस्टर ऐसे ही इतना चर्चित नहीं होता. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था, लेकिन इसमें कोई और बात नहीं थी. हालांकि, उन्होंने पहले जान से मारने की धमकी को लेकर किए सवालों को इधर-उधर घुमाया फिर सीधे सिस्टम और मीडिया पर ही सवाल उठा दिया.
'पार्टी उनकी वजह से जीतती है, पप्पू यादव किसी पार्टी के चलते नहीं जीतते'
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिली धमकी के सवाल पर पप्पू यादव ने जोर देकर कहा कि मीडिया को चोर-चिल्लर को बढ़ावा नहीं देना दीजिए. कोरोना महामारी के दौरान अपने काम की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि जनता उन्हें बेटा समझकर आशीर्वाद देती है. अपने टीआरपी मैटेरियल होने के जिक्र पर उन्होंने कहा कि वह पांच बार बिना किसी पार्टी के जनप्रतिनिधि चुने गए. वहीं, दो बार जब वह किसी पार्टी से लोकसभा चुनाव जीते तो पार्टी की वजह से नहीं बल्कि पार्टी उनकी वजह से जीती.
पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी के बीच 'बड़ा हिंदू कौन' का कंपीटिशन
संभल मुद्दे को पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच हिंदुओं के बड़े नेता होने के कंपीटिशन के चलते सामने आया मामला करार दिया. वहीं, देश में हिंदू-मुस्लिम विवादों के मुद्दे पर कहा कि आजादी के इतने साल बाद भी देश में करीब 20 करोड़ मुस्लिमों के सामने 100 करोड़ से ज्यादा सनातनियों के खतरे में होने की बात पर उनके बाबाओं और नेताओं को शर्मिंदा होना चाहिए. पप्पू यादव ने देश के बाबाओं को लेकर काफी नाराजगी भी जताई.
वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड भी बने, लेकिन उसमें कोई बाबा नहीं हो
'तीन बच्चे ज्यादा अच्छे' से जुड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत और टीएमसी नेता के बयान कि 'चार बच्चे ज्यादा अच्छे' पर तंज करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि दस बच्चे ज्यादा अच्छे. हालांकि, उन्होंने कहा कि कभी बोलते हैं जनसंख्या नियंत्रण और कभी कहते हैं कि बच्चे ज्यादा पैदा करें. पहले वह किसी एक बात पर खुद तो तय करें कि करना क्या है. वहीं, वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड बनने के पक्ष में उन्होंने दलील दी. हालांकि, उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड में कोई बाबा नहीं होना चाहिए.
लालू प्रसाद यादव के विचारों का असली उत्तराधिकारी पप्पू यादव ही है
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा में बेहतर प्रधानमंत्री कौन हो सकता है पर पप्पू यादव ने पहले मां और मौसी से उनकी तुलना की फिर राहुल गांधी के संघर्षों और उनकी मेहनत का हवाला दिया. तेजस्वी यादव और मीसा भारती में लालू प्रसाद यादव का बेहतर उत्तराधिकारी कौन के जवाब में उन्होंने कहा कि पैसा के मामले में भले कोई और हो, लेकिन लालू यादव के विचारों का असली उत्तराधिकारी पप्पू यादव है. वहीं, लालू यादव या नीतीश कुमार में बिहार के लिए कौन बेहतर के जवाब में उन्होंने सीधे कहा कि उम्रदराज होने के चलते दोनों ही अब बेहतर नहीं हैं.