Parliament Smoke Attack: किसान आंदोलन में गई, उठाती थी बेरोजगारी का मुद्दा, कौन है पार्लियामेंट स्मोक अटैकर नीलम
Indian Parliament Attack: संसद के बाहर से पकड़ी गई आरोपी नीलम के छोटे भाई ने कहा, `हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है.वह सोमवार हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है. वह BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET पास किया है.
Parliament Attack 2001: लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को संसद में चूक का बड़ा मामला सामने आया. करीब एक बजे विजिटर गैलरी से अचानक दो लोग सदन के भीतर कूदे और जूतों में छिपाकर लाए स्मोक बम से धुआं फैला दिया. इस घटना से सदन में अफरा-तफरी मच गई. वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि एक आरोपी संसद की बेंच पर कूदता नजर आ रहा है.
घटना के तत्काल बाद दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया. उनकी सांसदों ने जमकर पिटाई भी की. इनके दो साथियों को सदन के बाहर से हिरासत में लिया गया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. ये लोग भी स्मोक बम से धुआं फैलाने के अलावा नारेबाजी कर रहे थे.
कौन हैं स्मोक अटैकर्स?
विजिटर गैलरी से सदन में कूदने वाले आरोपियों की पहचान मनोरंजन और सागर शर्मा के तौर पर हुई है. मनोरंजन मैसूर का रहने वाला है. जबकि सागर शर्मा लखनऊ के आलमबाग का निवासी है. ये दोनों मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिन्हा के पास से सदन में दाखिल हुए थे. जबकि संसद के बाहर स्मोक क्रैकर जलाने वालों की पहचान अमोल और नीलम के तौर पर हुई है. अमोल महाराष्ट्र और नीलम हरियाणा के जींद के घसो कलां गांव की रहने वाली है.
क्या बोले नीलम के घरवाले?
संसद के बाहर से पकड़ी गई आरोपी नीलम के छोटे भाई ने कहा, 'हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है.वह सोमवार हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है. वह BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET पास किया है. उन्होंने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसान आंदोलन में भी भाग लिया था.'
वहीं नीलम की मां सरस्वती ने कहा, मेरी लड़की बेरोजगारी से तंग थी. कभी वो धरने पर जाती थी सिर्फ पढ़ाई करती थी. पढ़ने के लिए वह हिसार गई थी. मुझे दिल्ली की बात का नहीं पता. आज जब मैं डॉक्टर के पास थी, तब उससे बात की थी, लेकिन उसने बताया नहीं कि मैं दिल्ली में हूं. हम गरीब लोग हैं.
किसी संगठन से जुड़ने से इनकार
दिल्ली पुलिस ने बताया कि नीलम और अमोल मोबाइल फोन नहीं ले जा रहे थे. उनके पास कोई बैग या पहचान पत्र नहीं था. उनका दावा है कि वे खुद संसद पहुंचे और उन्होंने किसी भी संगठन से जुड़ने से इनकार किया है. पूछताछ के लिए पुलिस स्पेशल टीम बना रही है.
घटना में 4 नहीं 6 लोग शामिल
शुरुआती जांच में सामने आया है कि साजिश में कुल 6 लोग शामिल थे. 2 लोगों ने अंदर हंगामा किया और 2 ने बाहर. दो लोग इस मामले में फरार हैं. एजेंसी तलाश में जुटी हुई है. दिल्ली के बाहर से आए सभी 5 लोग गुरुग्राम में ललित झा नाम के शख्स के घर पर रुके थे. 5 लोगों की पहचान हो चुकी है. छठा आदमी कौन था, उसकी पहचान नहीं हुई. एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, सब कुछ पूरी प्लानिंग के साथ किया गया.
घटना पर क्या बोले सांसद
घटना के समय बैठक का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति अग्रवाल ने बताया, 'हमें ऐसा लगा कि जैसे एक शख्स गिर गया. फिर देखा तो एक शख्स कूद रहा था. फिर ध्यान में आया कि दोनों कूदे होंगे. एक शख्स ने जूते से कुछ निकालकर धुआं फैलाया. इसके बाद इन्हें पकड़ लिया गया.' सांसद दानिश अली ने कहा कि एक शख्स का पास निकाला तो पता चला कि उसका नाम सागर है और वह मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा के अतिथि के तौर पर आया था.
उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा में चूक का गंभीर मामला है. समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन ने कहा कि दर्शक दीर्घा से दो लोग लोकसभा कक्ष में कूदे और जूते से कुछ ऐसी चीज निकाली, जिससे गैस फैलनी शुरू हो गई. उन्होंने कहा, ‘‘यह गैस कैसी थी, यह कोई जहरीली गैस तो नहीं थी, पता नहीं. हमें संसद की सुरक्षा में भारी गंभीर खामी नजर आ रही है. इस तरह से तो कोई जूते में बम भी रखकर आ सकता है.'