नई दिल्‍ली : जम्‍मू कश्‍मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत ने पूरे देश को गुस्‍से से भर दिया है. ऐेसे में पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बयान ने लोगों के गुस्‍से को और भड़का दिया है. दरअसल सिद्धू ने कहा कि ऐसे वक्‍त में भी पाकिस्‍तान से बातचीत जारी रखनी चाहिए. किसी एक व्‍यक्‍ति के लिए पूरे देश को जिम्‍मेवार नहीं माना जा सकता. इसके बाद ही देश में सिद्धू को ले‍कर विरोध बढ़ता जा रहा है.


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इसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर मांग उठाई कि सिद्धू को कपिल शर्मा के शो से बाहर कर दिया जाए. कई दर्शकों ने तो कपिल के शो का बहिष्‍कार करने की मांग भी की. इसके बाद खबरें आईं कि फिलहाल सिद्धू को कपिल के शो से बाहर कर दिया गया है. अब ट्विटर सिद्धू को पंजाब केबिनेट से भी बाहर करने की मांग उठ रही है.



ट्व‍िटर पर #SackSidhuFromPunjabCabinet ट्रेंड कर रहा है. दिल्‍ली बीजेपी के प्रवक्‍ता तेजिंदर पाल सिंह बग्‍गा ने मांग की है कि सिद्धू को कैप्‍टन अम‍रिंदर सिंह तुरंत मंत्र‍िमंडल से बाहर करें. खुद पंजाब के मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह पाकिस्‍तान को मुंहतोड़ जवाब देने की वकालत कर चुके हैं.







पुलवामा हमला : पंजाब के मंत्री ने विरोध में रद्द किया पाकिस्तान का दौरा
चंडीगढ़: सिद्धू भले कुछ कहते रहें, लेकिन उनके ही मंत्र‍िमंडल के सहयोगी पंजाब के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए पाकिस्तान का अपना दौरा रद्द कर दिया है. पशुपालन और श्रम मंत्री 18-20 फरवरी को लाहौर के पशु एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘इंटरनेशनल बफेलो कांग्रेस’ में हिस्सा लेने के लिए जाने वाले थे.


एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर नृशंस हमले के खिलाफ सख्त विरोध दर्ज कराने के लिए यह फैसला किया गया है. मंत्री ने कहा कि सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राज्य के किसानों के साथ उन्हें पाकिस्तान जाना था. इस सम्मेलन में विभिन्न देशों के प्रतिनिधि आने वाले हैं.


मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ काफिले पर नृशंस हमले से उन्हें बहुत धक्का लगा है और शहीद जवानों के परिवारों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए पाकिस्तान के अपने दौरे को रद्द करने का फैसला किया है. पंजाब विधानसभा ने भी आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव पारित किया गया.