एयर इंडिया टिकट से पहले मोदी सरकार के वो फैसले, जिसमें VIP कल्चर को दिखाया बाहर का रास्ता
नई दिल्ली. मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल के दौरान कई बड़े फैसले लिए गए हैं, जिससे आम जनता की जिंदगी पर सीधा असर पड़ा है. लेकिन, समय-समय पर इस सरकार ने कुछ ऐसे अहम निर्णय भी लिए हैं, जिसने केंद्रीय मंत्रियों और VIP कल्चर को सीधा प्रभावित किया है. इसमें एयर इंडिया के संबंध में लिया गया फैसला सबसे ताजा उदाहरण है. इस फैसले में मोदी सरकार ने आदेश जारी किया है कि सभी केंद्रीय मंत्री एयर इंडिया में अपना बकाया चुकाएं और भविष्य में अपने टिकट खुद खरीदें. हालांकि, ये पहला मौका नहीं है कि जब इस तरह का कोई आदेश जारी किया गया हो.
VIP की जगह EPI कल्चर का दिया था संदेश
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल को संभालने के बाद से ही ऐसे संकेत देने शुरु किए थे कि वे VIP कल्चर को देश से निकाल देंगे. 2017 में अप्रैल के आखिरी मन की बात में पीएम मोदी ने कहा ये कहा भी था कि वो देश में VIP कल्चर की जगह EPI कल्चर लाना चाहते हैं. EPI यानी कि हर व्यक्ति अहम है (Every person is important).
लालबत्ती बैन का ऐतिहासिक फैसला
यह संदेश पीएम ने तब दिया था, जब वे 1 मई 2017 से गाड़ियों से लाल बत्ती बैन करने का आदेश जारी किया था. इसके मुताबिक, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य कैबिनेट मंत्री, नौकरशाहों समेत सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज तक के वाहनों में लाल बत्ती बैन की गई थी. पीएम मोदी ने इस संबंध में किए एक ट्वीट में लिखा भी था कि 'हर भारतीय खास है, हर भारतीय VIP है.'
संसद भवन की कैंटीन हुई मंहगी
वहीं, इस साल की शुरुआत में ही संसद की कैंटिन की सब्सिडी खत्म होने के बाद वहां की कैंटीन की नई रेट लिस्ट जारी हुई थी. लंबे समय से इस कैंटीन में सबसे सस्ते व्यंजन परोसे जा रहे थे. कई वर्षों से सब्सिडी बंद करने की गहमागहमी भी थी, जो आखिरकार मोदी कार्यकाल में ही पूरी हुई.
वैक्सीन से लेकर हर ड्राइव में VIP कल्चर के खिलाफ रहे मोदी
पीएम मोदी अपने कई संबोधनों में VIP कल्चर के खिलाफ नजर आए हैं. देश में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज पूरी होने के संबोधन में भी पीएम ने कहा कि टीकाकरण अभियान में इस बात को सुनिश्चित किया गया कि ये ड्राइव VIP कल्चर से प्रभावित न हो. उन्होंने कहा कि इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि किसी को भी वैक्सीन लेनी हो तो वे आम आदमी की तरह ही वैक्सीन की डोज लें. इसके अलावा, अपनी मां को नोटबंदी के दौरान लाइन में जनता के साथ खड़ा करना हो या उनकी भतीजी का कुछ समय पूर्व दिल्ली में झपटमारी का शिकार होने की घटना हो, इन सब से ये ही संकेत मिलता है कि पीएम और उनका परिवार VIP कल्चर से काफी दूर है.