वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार रात अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी पहुंच गए जहां वह 15वीं सदी के दलित कवि श्री रविदास के जयंती समारोहों में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सोमवार को दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे। कोलकाता में गौडिया मठ के शताब्दी समारोह का उद्घाटन करने के बाद मोदी वाराणसी पहुंचे। हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव एवं दूसरे भाजपा नेताओं ने उनकी अगवानी की।


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प्रधानमंत्री सुबह में रविदास मंदिर का दौरा करेंगे -- इस आध्यात्मिक मंदिर का दलितों के दिल में विशेष स्थान है। यहां वह आयंगर (सामूहिक रसोईघर में तैयार भोज) में हिस्सा लेंगे। मोदी ‘रविदास’ संप्रदाय के प्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात कर सकते हैं जिसमें मुख्यत: पंजाब के सिख हैं जो वाराणसी में जन्मे आध्यात्मिक कवि के अनुयायी हैं।


मंदिर के निर्माण में समुदाय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्रत्येक वर्ष पूर्वी उत्तरप्रदेश के इस शहर में श्री रविदास की जयंती मनाई जाती है जिसमें पंजाब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिरकत करते हैं। मंदिर में कुछ समय बिताने के बाद मोदी बीएचयू जाएंगे जहां वह दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे।


इससे पहले विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से विभूषित करने की इच्छा जताई। बहरहाल मोदी ने इस पेशकश को ठुकरा दिया जिन्होंने कहा कि ‘इस तरह की डिग्री हासिल करने की उनकी कोई नीति नहीं है।’ प्रधानमंत्री वाराणसी हवाई अड्डे से कल दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।