Kisan Andolan: एक तरफ एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी की मांग को लेकर किसान आंदोलन दिल्ली कूच के लिए हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर डटे हुए हैं. तो वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किसानों और दुग्ध उत्पादकों को संबोधित करते हुए किसानों की आय बढ़ाने का सॉल्यूशन भी दे दिया. साथ ही यह संदेश भी दे दिया कि कृषि आय को बढ़ाने के लिए दुग्ध उत्पादन, फल और सब्जियों का उत्पादन, अंडे आदि का उत्पादन पर जोर देना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि देश में धान, गेहूं और गन्ने से तैयार उत्पादों का कुल टर्नओवर 10 लाख करोड़ रुपये नहीं पहुंचता है. उनका कहना था कि किसानों को धान-गेहूं और गन्ने से ऊपर उठना होगा. 


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अमूल डेयरी मॉडल की प्रशंसा करते हुए किसानों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कई महत्वपूर्ण संदेश दिए हैं. उनका मुख्य ध्यान छोटे किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने, पशुपालन के दायरे को बढ़ाने, पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने और गांवों में पशुपालन, मछलीपालन और मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करने पर है.


अमूल मॉडल पर जोर
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य किसानों को न केवल अन्नदाता, बल्कि ऊर्जादाता और उर्वरकदाता भी बनाना है. उन्होंने कहा कि दूरदर्शी निर्णयों का आने वाली पीढ़ियों पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसका अमूल एक बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने पंजाब के किसानों, जो एमएसपी की गारंटी की मांग के लिए दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं, को भी संकेत दिया कि अब समय आ गया है कि किसान गेहूं और धान से ऊपर उठें और अन्य विकल्पों पर ध्यान दें.


किसानों के लिए नई राह..
पीएम ने कहा कि किसानी के साथ पशुपालन-मधुमक्खी और मछलीपालन भी करें, धान-गेहूं और गन्ना मिलकर भी डेयरी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं. छोटे किसान का जीवन कैसे बेहतर हो, पशुपालन का दायरा कैसे बढ़े, पशुओं का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो, गांव में पशुपालन के साथ ही मछलीपालन और मधुमक्खी पालन को कैसे प्रोत्साहित किया जाए, इस पर भी काम जारी है. डेयरी प्लांट में गोबर से बिजली पैदा की जा रही है. बदले में बनने वाली जैविक खाद किसानों को बहुत कम कीमत में उपलब्ध कराई जा रही है.