Farmers Protest पर एक बार फिर बोले PM Modi, कहा- किसानों को डराया जा रहा
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महान योद्धा राजा सुहलदेव (Maharaja Suheldev) की प्रतिमा निर्माण का शिलान्यास किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों के नाम पर किसानों को डराया जा रहा है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को बसंत पंचमी के दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्रावस्ती के महान योद्धा राजा सुहलदेव (Maharaja Suheldev) की 4.2 मीटर ऊंची प्रतिमा निर्माण का शिलान्यास किया. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
'आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा महाराजा सुहेलदेव का स्मारक'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'बसंत पंचमी की आप सभी को बहुत-बहुत मंगलकामनाएं. मां सरस्वती भारत के ज्ञान-विज्ञान को और समृद्ध करें. अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले, राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि और ऋषि मुनियों ने जहां तप किया, बहराइच की इस पुण्यभूमि को मैं नमन करता हूं.' उन्होंने आगे कहा, 'आज मुझे बहराइच में महाराजा सुहेलदेव जी के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है. ये आधुनिक और भव्य स्मारक, ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास, बहराइच पर महाराजा सुहेलदेव के आशीर्वाद को बढ़ाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.'
पीएम मोदी का कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) को लेकर एक बार फिर विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'नए कृषि कानूनों के जरिए छोटे किसानों को लाभ होगा और कई जगहों पर किसानों को लाभ होने भी लगा है. कानूनों को लेकर दुष्प्रचार किया गया और किसानों को हराया है.'
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किसानों के बेहतर अनुभव आ रहे हैं सामने: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'नए कृषि सुधारों का लाभ भी छोटे और सीमांत किसानों को सबसे ज्यादा होगा. यूपी में इन नए कानूनों के बनने के बाद जगह-जगह से किसानों के बेहतर अनुभव सामने आ रहे हैं. इन कृषि सुधारों के लिए भांति-भांति का प्रचार करने की कोशिश की गई.' उन्होंने आगे कहा, 'यूपी में बेहतर होती आधारभूत सुविधाओं का सीधा लाभ किसानों, गरीबों, ग्रामीणों को हो रहा है. विशेष तौर पर छोटे किसान जिसके पास बहुत कम जमीन होती है, वो इन योजनाओं के सबसे ज्यादा लाभार्थी हैं.'