नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का 7वें दिन पीएम मोदी (PM Modi) ने राज्य सभा में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने किसी पेशेवर बैट्समैन की तरह कांग्रेस पर अपने ही अंदाज में ताबड़तोड़ स्ट्राइक करते हुए हमला बोला.


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इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दिवंगत सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के परिवार का हवाला देते हुए वो बात बताई जिसके बारे में आज भी बहुत से लोग नहीं जानते होंगे.


लता मंगेशकर के भाई का किस्सा सुनाया


पीएम मोदी ने बोलने की आजादी पर भी कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा, 'लता मंगेशकर के छोटे भाई पंडित हृदयनाथ को ऑल इंडिया रेडियो से निकाल दिया गया. उनका गुनाह ये था कि उन्होंने वीर सावरकर की एक देशभक्ति से भरी कविता की रेडियो पर प्रस्तुति कर दी थी. 8 दिन के अंदर उन्हें निकाल दिया गया था.'


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बोलने की आजादी के सवाल पर कांग्रेस को करारा जवाब


पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने संबोधन में आगे यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी के राज वाले दौर में ही मजरूह सुल्तानपुरी (Majrooh Sultanpuri) और प्रोफेसर धर्मपाल (Prof Dharampal) दोनों को नेहरू की आलोचना करने के लिए जेल भेजा गया था.


प्रधानमंत्री ने साफ किया कि आपातकाल के दौरान जब किशोर कुमार (Kishor Kumar), इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के सामने नहीं झुके तो उन्हें भी आल इंडिया रेडियो (AIR) पर गाने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. हम जानते हैं कि जब लोग एक परिवार के लिए सहमत नहीं होते हैं तो अभिव्यक्ति की आजादी पर कैसे अंकुश लगा दिया जाता था. 


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दरअसल इन उदाहरणों के जरिए पीएम मोदी ने बोलने की आजादी को लेकर होने वाली आचोचना का जवाब दिया.