नई दिल्ली: पीएमसी बैंक स्कैम के मामले में मुंबई पुलिस के इकॉनोमिक्स विंग ने राकेश वाधवान और सारंग वाधवान को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पिता और बेटे राकेश और सारंग वाधवान सबसे ताकतवर बिल्डर थे. इनके परिवार ने 80 के दशक में वसई- विरार में रियल इस्टेट का कारोबार शुरु किया. उस समय वसई-विरार में गैंगस्टर भाई ठाकुर का एक क्षत्र राज चलता था. वाधवान परिवार ने भाई ठाकुर के साथ मिलकर ही रियल इस्टेट में काम शुरु किया. यहां से वह ताकतवर बनते चले गए. वसई - विरार में अपना सिक्का जमाने के बाद HDIL ने मुंबई का रुख किया.


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वसई में विरार में कमाई हुई पूंजी का इस्तेमाल उन्होंने अपनी पहुंच को आगे बढ़ाने में किया. राजनीति, अंडरवर्ल्ड और अधिकारियों के बीच उन्होंने अपनी पैठ बनानी शुरु की. जिसके चलते एयरपोर्ट की पास की झुग्गी झोपड़ियों को SRA स्कीम के तहत डेवलप करने का अब तक सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट भी इन्होंने अपने नाम कर लिया.



इस कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के लिए इन्होने अपनी उंची पहुंच का इस्तेमाल किया था. पीएमसी बैंक के 4355 करोड़ रुपये के फ्रॉड के मामले की जांच कर रहे ईडी ने ऐसे सबूत मिलने का दावा किया है, जिनसे पता चलता है कि HDIL ने महाराष्ट्र में नेताओं को मकान आदि दिए थे. वहीं सूत्रों ने दावा किया कि सोमवार को HDIL के डायरेक्टरों के करीबियों की प्रॉपर्टी पर मारे गए छापों से जो दस्तावेज मिले हैं.


उनसे पता चलता है कि HDIL के डायरेक्टरों ने डायरेक्टरों के करीबियों की प्रॉपर्टी पर मारे गए छापों से जो ताओं को पॉश लोकेशंस में मकान गिफ्ट किए थे. हालांकि ईडी ने नेताओं के नाम का खुलासा नहीं किया. सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन नेताओं में कांग्रेस और एनसीपी के कई विधायक शामिल हैं. इन्हीं लोगों की बदोलत HDIL अपने व्यापार का विस्तार करता जा रहा था.


जिसके तहत उसने कई SRA डेवलपेंट की काम भी हाथ में लिए. SRA का विकास काम करने में अगर वहां की 70 फीसदी आबादी विकास के साथ जाने के लिए तैयार है तो डेवलेपर सरकार के बनाए नियमों से घर खाली करा के काम शुरु कर सकता है लेकिन ये प्रोसेस बडी लंबी होती है. जिसमें समय ज्यादा लगता है तो ऐसे में झुग्गी झोपडियो को खाली कराने के लिए HDIL ने अंडरवर्ल्ड से जुडे लोगो का सहारा भी लिया.


झुग्गी झोपडियो में जबरन घर काली कराने जैसे मामलो के मुंबई पुलिस स्टेशन में कई एफआईआर भी दर्ज है. जो ये दर्शाते है की HDIL के राकेश वाधवान और सागर वाधवान कितने बेखौफ होकर अपना व्यवसाय आगे बढा रहे थे. HDIL ने अपना काम निकालने के लिए नेताओं, मंत्रियों और अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों का साथ लेते हुए आगे बढते गए. इसी के चलते कुछ मत्रियों को गिफ्ट भी बांटे गए. जिन्हे गिफ्ट में फ्लैट दिए गए इसका खुलासा भी जल्द ईडी करेगी.