मेरठ: बेंगलुरु (Bengaluru)  में हुए दंगे को लेकर विवादित बयान देने के आरोप में उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) में एक युवक के खिलाफ पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने समेत अन्य धाराओं में मामला (FIR) दर्ज किया है. पुलिस अधिकारी मनीष बिष्ट ने बताया कि दरोगा पवन मलिक की शिकायत के आधार पर आरोपी युवक शाहजेब के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.सीओ बृजेश कुमार का कहना है कि आरोपी जांच में दोषी पाया गया तो उसकी गिरफ्तारी की जाएगी. पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है ताकि शहर की शांति और सौहार्द को किसी भी तरह बिगड़ने से रोका जा सके. 


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FIR में हुए चौंकाने वाले खुलासे


दमकल कर्मियों से मारपीट की गई
फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तोड़ी गईं
पुलिस न पहुंचे इसलिए रोड ब्लॉक 
अंधेरा करने के लिए स्ट्रीट लाइट तोड़ी


कांग्रेस नेता के रिश्तेदार की सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बेंगलुरु में मंगलवार रात हिंसा भड़क गई थी.हालत काबू करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे.FIR के मुताबिक बेंगलुरु में दंगा करने वाले पूरी तैयारी के साथ आए थे. इन्होंने दो पुलिस थानों, KG हल्ली और DG हल्ली को निशाना बनाया और विधायक के घर पर हमला करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया. हमलावार करीब 200 से 300 लोगों के 5 ग्रुप में आए थे. जिनके हाथों में धारदार हथियार, ईंट-पत्थर, बोतलें, लोहे की रॉड और पेट्रोल बम थे. 


बेंगलुरु में हुए घटनाक्रम को लेकर कर्नाटक सरकार ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मॉडल पर आगे बढने का फैसला किया है. इसके तहत दंगाइयों की पहचान करके दंगे में हुए पूरे नुकसान की भरपाई की जाएगी. मेरठ की गिनती उत्तर प्रदेश के संवेदनशील जिलों में होती है, इसलिए शहर में दंगे को लेकर जो विवादित बयान आया है उसे लेकर पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है.


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