महज पांच दिन के अंदर पुलिस ने किया ऐसा काबिलेतारीफ काम, सैल्यूट करेंगे आप
पुलिस (Police) ने अपनी सूझ-बूझ के इस्तेमाल से 5 दिन के अंदर अपहरण (Kidnapping) की गुत्थी सुलझाई. बता दें कि पुलिस ने 12 साल के बच्चे को अपहरणकर्ताओं (Kidnappers) के चंगुल से सुरक्षित छुड़ाया. अपहर्ता बच्चे की सलामती के लिए 25 लाख रुपयों (Ransom) की मांग कर रहे थे.
लखनऊ: बलिया के सिकंदरपुर में दुकान से लौट रहे 12 साल के अपहृत बच्चे को 5 दिन बाद एसपी राजकरन नैय्यर (SP Rajkaran Nayyar) द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक विजय त्रिपाठी (Additional Superintendent Of Police Vijay Tripathi) के नेतृत्व में गठित टीम (Team) ने मऊ के मधुबन इलाके से बरामद कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने 5 अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है जिसमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं.
25 लाख की फिरौती की मांग
21 जनवरी को सिकंदरपुर के कैलाश चंद का 12 साल का बेटा दुकान से वापस लौट रहा था लेकिन वह घर नहीं पहुंचा. घरवालों ने काफी देर तक बच्चे की खोजबीन की लेकिन कुछ ही घंटों बाद बच्चे के पिता के मोबाइल पर एक फोन आया जिसमें पिता से कहा गया कि अगर अपने बेटे को जिंदा देखना चाहते हो तो 25 लाख रुपये (Ransom) दे दो. ये कहने के बाद अपहरणकर्ताओं (Kidnappers) ने फोन काट दिया.
अपहरण का केस किया दर्ज
पिता ने तुरंत इसकी सूचना सिकंदरपुर थाने (Sikanderpur Police Station) में दी जहां पर पुलिस ने अपहरण का केस (Kidnapping Case) दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी. एसपी बलिया (Ballia) राजकरण नैय्यर ने अपहरण के इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक विजय त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और उन्हें बच्चे को सकुशल बरामद करने का आदेश (Order) दिया.
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अपर पुलिस अधीक्षक का बयान
अपर पुलिस अधीक्षक विजय त्रिपाठी ने बताया कि हम लगातार दबिश कर रहे थे. कई संदिग्धों से पूछताछ (Inquiry) के दौरान पता चला कि बच्चा मऊ (Mau) की तरफ देखा गया है. पुलिस ने मऊ के कुछ बैंक (Bank) के नंबरों को सर्विलांस (Surveillance) पर लिया और उसके बाद बच्चे के बारे में पुलिस को पता चला.
पुलिस ने पूरी गैंग को धर दबोचा
पुलिस (Police) ने देर रात मऊ के मधुबन में दबिश दी और लालू यादव के गैंग (Gang) को धर दबोचा. लालू यादव ने इस अपहरण कांड (Kidnapping Case) में अपनी तीन बहनों (गुड़िया, शीला और बबिता) को भी शामिल कर रखा था. इनका काम बच्चे की देखरेख करना था. पुलिस ने इनके अलावा अपहरण में शामिल संजय उर्फ अटल सोनी को भी गिरफ्तार (Arrested) किया है.
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बच्चा परिवार को सौंपा
पुलिस ने बच्चे को परिजनों (Family) को सौंप दिया है. पुलिस की इस कार्यवाही (Proceeding) के बाद से ग्रामीणों ने पुलिस को धन्यवाद (Thanked) दिया. पुलिस कप्तान बलिया राजकरन नैय्यर ने टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को 25,000 का इनाम (Reward) देने की घोषणा (Announcement) की है.
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